-दून हॉस्पिटल चौक पर गांजे के साथ पकड़ा तस्कर पुलिस को चकमा देकर फरार

- पुलिस की कार्यशैली पर सवल, नशा तस्करी पर गंभीर नहीं है पुलिस

देहरादून, दून में पुलिस की नाक के नीचे धड़ल्ले से नशे का कारोबार हो रहा है। नशाखोरी और नशा तस्करी को लेकर पुलिस की कार्रवाई रस्म अदायगी साबित हो रही है। दून की बिंदाल बस्ती तो नशा तस्करी के लिए ही बदनाम है। फुटकर नशा बेचने वालों के खिलाफ कार्रवाई करके ही पुलिस अपने कंधे थपथपा रही है, लेकिन नशा तस्करी के सरगना पुलिस की गिरफ्त में नहीं आते। पॉश एरिया में भी नशा बेचने वालों को पुलिस का खौफ नहीं है। बुधवार को दून हॉस्पिटल चौक पर गांजे की पोटली लिए पुलिस ने एक व्यक्ति को दबोचा, जबकि उसके दो साथी फरार हो गए। महिला पुलिसकर्मियों के सूचना देने के बाद भी मौके पर पुलिस टीम नहीं पहुंची, ऐसे में मौका पाकर गांजा तस्कर भी भाग खड़ा हुआ।

पुलिस को चकमा दे भागा तस्कर

बुधवार को दून हॉस्पिटल चौक पर नगर निगम की बाउंड्रीवाल से सटे बड़े होर्डिग्स के नीचे यहां तैनात दो महिला पुलिस कर्मियों ने एक व्यक्ति को गांजे की बड़ी सी पोटली के साथ दबोचा। उसके साथ दो और लोग भी थे, जो पुलिस को देख भाग खड़े हुए। इस दौरान कुछ लोगों ने महिला पुलिस कर्मियों को बताया कि कुछ और लोग भी इस एरिया में नशा बेच रहे हैं, पुलिस ने उनके बारे में पड़ताल शुरू की तो मौका देख गांजे के साथ दबोचा गया आरोपी भी भाग खड़ा हुआ।

बुलाने पर भी नहीं पहुंची पुलिस की टीम

महिला पुलिसकर्मियों द्वारा गांजा तस्कर को पकड़ने की सूचना शहर कोतवाली को दी। लेकिन, कोतवाली से पुलिस की टीम ही समय पर मौके पर नहीं पहुंची। इसका फायदा उठाकर गांजा तस्कर दोनों महिला पुलिस कर्मियों को चकमा दे भाग गया। हालांकि, गांजे की पोटली पुलिस के हत्थे आ गई। कोतवाली से पुलिस की टीम मौके पर पहुंचती तो वह भाग नहीं पाता, इससे जाहिर होता है कि पुलिस नशा तस्करी के मामलों को सीरियसली लेती ही नहीं।

चौक पर नशा तस्करों की चौकड़ी

आस-पास के लोगों ने बताया कि दून हॉस्पिटल चौक पर बाबा का वेश धर कई लोग नशा बेचते हैं। इस तरह की शिकायतें कई बार सामने आई हैं। गांजे के साथ पकड़े गए आरोपी और उसके साथियों के फरार होने के बाद पुलिस ने इलाके में चेकिंग अभियान चलाया हालांकि कोई नशा तस्कर पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ा।

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रिस्पना किनारे होती है नशाखोरी

नशा तस्करी के साथ ही नशाखोरी के मामले भी खुलेआम देखे जा सकते हैं। लोअर राजीव नगर के पास रिस्पना नदी के किनारे बड़ी संख्या में युवक नशाखोरी करते देखे जा सकते हैं। स्थानीय निवासी राम प्रसाद ने युवाओं द्वारा यहां नशे के इंजेक्शन लिए जाने के वीडियो तक दैनिक जागरण आई नेक्स्ट से शेयर किए थे। इलाके में नशीली दवाएं और बड़ी संख्या में सिरिंज भी बरामद हुई थीं। नशाखोरी के लिए नदी किनारे जुटने वाले असामाजिक तत्व विरोध किए जाने पर लोगों को धमकाने से भी बाज नहीं आते।

बिंदाल बस्ती में नशे की मंडी

बिंदाल बस्ती में नशे का कारोबार खुलेआम होता है, पुलिस खुद इस बात से वाकिफ है। पिछले दिनों पुलिस की टीम बस्ती में छापेमारी के लिए गई थी, तो स्थानीय लोगों ने सीओ को ही घेर लिया था। सीओ द्वारा मौके पर पुलिस फोर्स को बुलाना पड़ा था। तब कहीं जाकर स्थानीय लोगों ने सीओ को छोड़ा और भाग खड़े हुए। इससे पहले बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष ऊषा नेगी ने भी एक मां-बेटे को नशा बेचते पकड़ा था, हालांकि महिला मौके से भाग गई थी, जबकि बच्चे को पुलिस के हवाले किया गया था। यहां बच्चों को भी खुलेआम 100 से 500 रुपए तक नशे की पुडि़या बेचते आसानी से देखा जा सकता है, लेकिन पुलिस प्रभावी कार्रवाई नहीं करती।

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नशा मुक्ति पर एसएसपी से मिला डेलिगेशन

दून में नशा तस्करी पर लगाम लगाने की मांग लेकर बुधवार को नशा मुक्ति अभियान की कार्यकर्ता ट्विंकल अरोड़ा के नेतृत्व में एक डेलिगेशन ने एसएसपी अरुण मोहन जोशी से मुलाकात की। एसएसपी को दिए ज्ञापन में डेलिगेशन ने बताया कि दून के कई इलाकों में नशा तस्करी हो रही है, जिनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। एसएसपी ने कार्रवाई का आश्वासन दिया। डेलिगेशन में कैलाश ठाकुर, अवतार सिंह, गीता तोमर, सुशीला शर्मा, विरेश शर्मा, राज छाबड़ा, मांगे राम तोमर, मंजीत कौर आदि मौजूद थे।

Posted By: Inextlive