RANCHI: नशे में व्हीकल ड्राइव करने पर भले ही रोक हो लेकिन लोग हैैं कि मानते ही नहीं हैैं. यही कारण है कि सिटी में इन दिनों एक्सीडेंट के केसेज बढ़ गए हैैं और लोगों की जान भी जा रही है. हाल के दिनों में सिटी और आसपास के एरियाज में दर्जनों एक्सीडेंट्स डं्रक एंड ड्राइविंग नशा करके व्हीकल चलाना के कारण हुई है. फ्राइडे की लेट नाइट पिस्कानगड़ी के सेंबों गांव के पास ड्रंक एंड ड्राइविंग के कारण हुए कार एक्सीडेंट में चार लोगों की मौत हो गई. वहीं दो दिन पहले सदर एरिया में नशे में बाइक चलाने के कारण दो युवक जख्मी हो गए थे जिनमें से एक की मौत हॉस्पिटल में ट्रिटमेंट के दौरान हो गई थी.


टू व्हीलर्स वाले आगे
ट्रैफिक पुलिस के मुताबिक ड्रंक एंड ड्राइविंग के केसेज में टू व्हीलर्स वाले आगे हैैं। कई बार पुलिसवाले भी रात में नशे की हालत में मिले युवकों को हॉस्पिटल या घर पहुंचाते हैं। रिपोर्ट के मुताबिक सिटी में एक महीने में नशीली ड्राइविंग करनेवाले टू व्हीलर्स चलानेवालों की संख्या दो सौ के पार है। पिछले दिनों सिटी पुलिस ने नशा करके ड्राइव करनेवालों के खिलाफ एक कैंपेन चलाया था। कैंपेन में ट्रैफिक पुलिस ने सिटी के बार और रेस्टॉरेंट से शराब पीकर बाहर निकलनेवाले लगभग पांच सौ लोगों से फाइन वसूली थी। पुलिस का मानना है कि नाइट में व्हीकल ड्राइव करनेवालों में 49 परसेंट लोग ड्रिंक किए होते हैैं। शराबियों को पकडऩे के लिए ट्रैफिक पुलिस ने एक प्लानिंग की थी, जिसके अनुसार शराब पीकर गाड़ी चलानेवालों का ब्रेथ एनाइलाजर से जांच की जाएगी। कुछ दिन तो सिटी में बाइकर्स के खिलाफ कैंपेन चला, लेकिन फिर यह कैंपेन ठंडा पड़ गया। यही कारण है कि अब ब्रेद एनालाइजर का सिटी में कहीं यूज नजर नहीं आता है। यही कारण है कि लोगों के मन में इस बात का डर भी नहीं है कि पकड़े जाने पर फाइन लगेगा।

Posted By: Inextlive