सख्ती के चलते घट गई परीक्षार्थियों की संख्या
यूपी बोर्ड में इस बार कम हुए सैकड़ों स्टूडेंट्स
Meerut। यूपी बोर्ड की नकल रोकने की कवायद रंग लाने लगी है। यही वजह है कि इस बार दसवीं और 12वीं के रजिस्ट्रेशन में गिरावट आई है। पिछले साल की तुलना में इस साल सैकड़ों स्टूडेंट्स कम हुए है। बोर्ड अधिकारियों के मुताबिक दो साल से परीक्षार्थियों का वैरिफिकेशन पूरी गहनता से किया जा रहा है। यही वजह कि नकल माफियाओं की कमर टूट गई है। 12वीं, रेगुलर सेशन 2019-2020 41207 कुल स्टूडेंट्स 24253 ब्वायज 16954 गर्ल्स 2018-19 41,310 कुल स्टूडेंट्स 23,713 ब्वायज 17,597 गर्ल्स 409 स्कूल यूपी बोर्ड के 400 स्कूलों ने किया ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन 10वीं, रेगुलर 2019-20 43214 कुल स्टूडेंट्स 24937 ब्वायज 18743 गर्ल्स 2018-19 45210 कुल स्टूडेंट्स 26,068 ब्वायज 19,142 गर्ल्स प्राइवेट रजिस्ट्रेशन रह गए आधे 10वीं422 प्राइवेट रजिस्ट्रेशन सेशन 2019-20 में
1212 प्राइवेट रजिस्ट्रेशन सेशन 2018-19 में 12वीं 1403 प्राइवेट रजिस्ट्रेशन सेशन 2019-20 में 2048 प्राइवेट रजिस्ट्रेशन सेशन 2018-19 में नकल पर नकेलयूपी बोर्ड की ओर से नकल पर नकेल कसने के लिए भरसक प्रयास किए जा रहे है। पिछले साल भी जहां करीब 7 हजार फर्जी आवेदन बोर्ड ने निरस्त किए थे, वहीं इस बार बोर्ड ने डॉक्यूमेंट्स वैरीफिकेशन के बाद सैकड़ों रजिस्ट्रेशन रद कर दिए हैं। बोर्ड ने सभी सेंटर्स पर सीसीटीवी और वॉयस रिकार्डर भी लगवाएं हैं वहीं इस साल कंट्रोल रूम से ही मॉनिटरिंग करने की योजना भी है।
अब ऑनलाइन वेरिफिकेशन किया जाने लगा है। डॉक्यूमेंट्स मैच न करने पर आवेदन रद कर दिए जाते है। नकल माफियों को किसी तरह से भी एक्टिव नहीं रहने दिया जा रहा है। सहस्त्रांशु सिंह राणा, सचिव, मेरठ रीजनल ऑफिस