एनएबीएच मान्यता का पहला अस्पताल बना डफरिन
ये देखे मानक
हाइजीन हरियाली ओपीडी मैनेजमेंट पेशेंट की स्थिति तीमारदारों के साथ व्यवहार आदि। एंट्री लेवल का इंस्पेक्शन हुआ पूरा सुधरेगी गुणवत्ता, मरीजों को मिलेगी सहूलियत >Meerut। जिला महिला अस्पताल यानि डफरिन को नैशनल एक्रिडेशन बोर्ड ऑफ हॉस्पिटल्स एंड हेल्थ केयर यानि एनएबीएच की मान्यता प्राप्त हो गई है। खास बात यह है कि गुणवत्ता की कसौटी पर खरा उतरने वाला यह जिले का पहला सरकारी हॉस्पिटल बन गया है, जबकि मेरठ मंडल का दूसरा हॉस्पिटल है। इससे पहले, केवल गौतमबुद्ध नगर के जिला अस्पताल को ही यह सर्टिफिकेट मिल सका है। एंट्री लेवल पूरा क्वॉलिटी ट्रीटमेंट देने की न्यूनतम शर्त को पूरा करते हुए डफरिन ने क्वालिटी काउंसिल ऑफ इंडिया से संबद्ध एनएबीएच के 168 मानकों को पूरा किया है। इसके बाद एनएबीएच ने फिलहाल अस्पताल को एंट्री लेवल के तहत अस्थाई मान्यता दी गई है।एनएबीएच की मान्यता मिलने के बाद अस्पताल में मरीजों को बेहतर सुविधाएं देने का पूरा प्रयास किया जाएगा।
डा। मनीषा वर्मा, एसआईसी, डफरिन यह होगा फायदा अब डफरिन के लिए जरूरी होगा कि वह इलाज और सुविधाओं में वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (डब्ल्यूएचओ) केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के इलाज संबंधी नियमों का पालन करे।यहां प्राइवेट अस्पताल की तरह डिलीवरी, लैब, नर्सिंग केयर आदि की सुविधाएं दी जाएगी।
क्वॉलिटी ट्रीटमेंट के लिए अब यहां मरीजों की 16 पेज की डिटेल्ड फाइल तैयार की जाएगी, जिसमें मरीज की बीमारी का पूरा विवरण होगा। ये देखे मानक हाइजीन हरियाली ओपीडी मैनेजमेंट पेशेंट की स्थिति तीमारदारों के साथ व्यवहार