दलीप ट्राॅफी 2019 का फाइनल मुकाबला आज से बेंगलुरु में शुरु हो गया। पांच दिन तक चलने वाले इस खिताबी मुकाबले में इंडिया रेड और इंडिया ग्रीन की टीमें आमने-सामने हैं। आइए जानें किसके नाम पर खेली जाती है दलीप ट्राॅफी और क्या है इसका इतिहास...

कानपुर। दलीप ट्राॅफी 2019 का फाइनल मुकाबला इंडिया रेड बनाम इंडिया ग्रीन के बीच बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी में खेला जा रहा है। 4-8 सितंबर तक चलने वाले इस टूर्नामेंट में आखिर में कौन बाजी मारेगा, यह तो वक्त बताएगा। मगर इस टूर्नामेंट में अभी तक जितने मैच खेले गए सभी ड्राॅ रहे हैं। ऐसे में फैंस चाहेंगे कि फाइनल का रिजल्ट निकल आए।

तीन टीमें लेती हैं हिस्सा

दलीप ट्राॅफी में कुल तीन टीमें हिस्सा लेती हैं। इसमें इंडिया रेड, इंडिया ग्रीन और इंडिया ब्लू की टीमें शामिल हैं। ये सभी टीमें आपस में पांच दिनी मैच खेलती हैं और प्वाॅइंट्स टेबल में टाॅप 2 टीमों के बीच फाइनल मुकाबला खेला जाता है।

The @Paytm #DuleepTrophy final will be played tomorrow in Bengaluru between India Red and India Green from 9:30 AM.
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— BCCI Domestic (@BCCIdomestic) 3 September 2019


इनके नाम पर खेली जाती है 'दलीप ट्रॉफी'

दलीप ट्राॅफी पूर्व इंग्लिश क्रिकेटर दलीप सिंहजी के नाम पर खेली जाती है। दलीप सिंह का जन्म भले भारत में हुआ मगर उन्हें टीम इंडिया में खेलने का मौका कभी नहीं मिला। दलीप सिंह ने इंग्लैंड के लिए टेस्ट खेला है। 1959 में दलीप सिंहजी दुनिया को अलविदा कह गए थे। उनकी मृत्यु के बाद बीसीसीआई ने उनके नाम पर एक टूर्नामेंट शुरु किया। दो साल 1961 में भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने अपने घरेलू टूर्नामेंट में 'दलीप ट्रॉफी' का आयोजन शुरु कर दिया। तब से हर साल भारत में दलीप ट्रॉफी खेली जाती है।
कौन थे दलीप सिंह
गुजरात के कठियावाड़ में 13 जून 1905 को जन्में दलीप सिंहजी एक इंग्लिश क्रिकेटर थे। दलीप की शुरुआती पढ़ाई राजकोट के राजकुमार कॉलेज में हुई थी। इसके बाद वह पढ़ने के लिए इंग्लैंड चले गए, यहां उन्होंने शेल्टनहेम कॉलेज में एडमीशन ले लिया। दलीप को क्रिकेट का बहुत शौक था, पढ़ाई करते-करते वह कॉलेज की क्रिकेट टीम का हिस्सा बन गए। बस यहीं से उनके क्रिकेटिंग करियर की शुरुआत हुई। स्कूल लेवल पर क्रिकेट खेलते-खेलते वह इंग्लैंड की काउंटी क्रिकेट में पहुंच गए।

फर्स्ट क्लॉस क्रिकेट में है 15 हजार से ज्यादा रन

ईएसपीएन क्रिकइन्फो के डेटा के मुताबिक, मूलरूप से भारतीय दलीप ने इंग्लैंड के घरेलू क्रिकेट से अपने करियर की शुरुआत की। उन्होंने ससेक्स की तरफ से बहुत मैच खेले। फर्स्ट क्लॉस करियर की बात करें तो उनके नाम 205 मैचों में 15,485 रन दर्ज हैं। इस दौरान उनके बल्ले से 50 शतक और 64 अर्धशतक निकले। 333 रन उनका सर्वाधिक व्यक्तिगत स्कोर है।

इंग्लैंड की तरफ से खेले 12 टेस्ट

दलीप सिंहजी के अंतरराष्ट्रीय करियर की बात करें तो उन्होंने इंग्लैंड की तरफ से 12 टेस्ट मैच खेले हैं। जिसमें उनके नाम 58.52 की औसत से 995 रन दर्ज हैं। इस दौरान उनके खाते में 3 शतक और 5 अर्धशतक भी निकले।

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5 घंटे में ऐसे जड़ा था तिहरा शतक
7 मई 1930 को इंग्लिश घरेलू क्रिकेट टीम ससेक्स की तरफ से खेलते हुए दाएं हाथ के बल्लेबाज दलीप सिंहजी ने नॉर्थैंप्टनशॉयर के खिलाफ 333 रनों की रिकॉर्डतोड़ पारी खेली थी। वो वक्त ऐसा था जब बल्लेबाजों का स्ट्राइक रेट बहुत कम हुआ करता था। आज हम टी-20 में जहां 200-300 के स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजों को बैटिंग करता देखते हैं, उस वक्त 50 के स्ट्राइक रेट से रन बनाना बहुत मुश्किल होता था। इसके बावजूद दलीप सिंहजी ने अपना तिहरा शतक पांच घंटे से कम समय में भी बना दिया था। यह उस समय की तेजतर्रार पारी मानी जाती थी।

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari