- कचरा उठाने के लिए गाडि़यों का फेरा लगना हुआ कम

- डंपिंग यार्ड तक नहीं पहुंच पा रहा शहर का कचरा

- शहर में कचरे के अंबार से बढ़ रहा मच्छरों का प्रकोप

PATNA: इन दिनों शहर का कचरा अपार्टमेंट को भी छूने की कोशिश कर रहा है। गर्दनीबाग डंपिंग यार्ड में कचरे का अंबार इस कदर लगा है कि यहां आसपास के लोगों का जीना दूभर हो गया है। निगम कमिश्नर और एनसीसी एग्जीक्यूटिव का दावा था कि वो डंपिंग यार्ड के रूप में इसका इस्तेमाल कर रहे हैं, मगर जितनी गाडि़यां यहां पर कचरा लेकर आती है उससे ज्यादा यहां से कचरा उठाकर रामजीचक बैरिया पहुंच रहा है। जिसके कारण दिन पर दिन लोगों की परेशानी बढ़ती जा रही है।

तेल नहीं है ट्रैक्टर में

शहर का कचरा शहर में ही रह जा रहा है। गर्दनीबाग डंपिंग यार्ड में हर दिन सौ से अधिक गाडि़यां आकर कचरा गिरा रही है। एनसीसी के ऑफिसर की मानें, तो इस प्रक्रिया में तेजी तब आएगी जब ट्रैक्टर के लिए तेल दिया जाएगा, क्योंकि तेल के अभाव में ही कचरे का उठाव नहीं हो रहा है। कंडीशन यह हो गया है कि 2014-2015 में जो भी एजेंसी नगर निगम के लिए काम की थी। उसका अब तक पेमेंट नहीं हो पाया है। सफाई मद में राशि नहीं मिलने की वजह से परेशानी दिन व दिन बढ़ती ही जा रही है।

The other side

डंपिंग यार्ड ने जीना किया दुश्वार

दिन पर दिन डंप होते कचरे की वजह से यहां के लोगों का जीना मुश्किल हो गया है। कचरे की ढेर की उंचाई भी बढ़ती जा रही है। उससे आसपास का माहौल और भी बत्तर होता जा रहा है। ओवर ब्रिज पर सफर करना भी मुश्किल हो गया है।

कचरा उठाव की प्रक्रिया पर उठा है सवाल

हर दिन नौ सौ मैट्रिक टन कचरा शहर में जेनरेट होता है, उसके उठाव से लेकर उसे डंपिंग यार्ड में पहुंचाने के लिए पूरा का पूरा सिस्टम लगाया गया है। इसके बाद भी पैसे के अभाव में सिस्टम काम नहीं कर रहा है। निगम कमिश्नर शीर्षत कपिल अशोक ने बताया कि कचरा उठाव की प्रक्रिया और उसे डंपिंग यार्ड तक पहुंचाने में किसी भी तरह की परेशानी नहीं आएगी। पैसे पेमेंट कर दिया जाएगा। जानकारी हो कि चारों सर्किल के उपर चार करोड़ के आसपास का बकाया है।

Posted By: Inextlive