कलश स्थापना के साथ बुधवार को नवरात्रि की शुरुआत होगी.

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RANCHI: कलश स्थापना के साथ बुधवार को नवरात्रि की शुरुआत होगी। स्वामी दिव्यानंद महाराज कहते हैं कि 9 अक्टूबर को सुबह 9.10 बजे प्रतिपदा तिथि प्रवेश करेगी जो अगले दिन 10 अक्टूबर को सुबह 7.56 बजे तक है। पंचांग के अनुसार उदयतिथि के आधार पर 10 अक्टूबर को 7.56 बजे तक कलश स्थापना के लिए शुभ मुहुर्त है। अगर किसी कारणवश कलश स्थापन समय से नहीं हो पाता है तो अभिजीत मुहुर्त 11.37 बजे से 12.33 बजे के बीच किया जा सकता है। हालांकि ब्रह्म मुहूर्त को देवी देवताओं की अराधना के लिए सर्वोत्तम माना जाता है। इसलिए इसी मुहुर्त में कलश स्थापना सर्वोत्तम होगा।

16 को खुलेंगे पंडालों के पट
पंचांग के अनुसार इस बार नवरात्र में कोई भी तिथि विलुप्त नहीं हो रही है। आश्रि्वन शुक्ल पक्ष प्रतिपदा को मां दुर्गा के शैल पुत्री स्वरूप की पूजा की जाएगी। 16 अक्टूबर को दिन के 10.51 बजे तक सप्तमी तिथि है इसी दिन पंडालों में माता के पट खुलेंगे और श्रद्धालुओं को दर्शन देंगी।

कन्या पूजन 17 को, 19 को हवन
17 अक्टूबर को अष्टमी है। नवरात्र में महाअष्टमी को गौरी स्वरूप मां दुर्गा की पूजा-अर्चना की जाती है। महाअष्टमी को ही कन्या पूजन की परंपरा है। 18 अक्टूबर को दिन के 2.32 बजे तक नवमी तिथि पड़ रही है। जो लोग नवरात्र व्रत रखते हैं वे नवमी तिथि में हवन आदि कर पारण कर सकते हैं।

20 को होगा रावण दहन
20 अक्टूबर को विजयादशमी का पर्व है। इस दिन को असत्य पर सत्य की विजय के रूप में मनाया जाता है जब रावण को भगवान राम ने मारा था। सिटी में मुख्य रूप से मोराबादी में पंजाबी हिन्दू बिरादरी की ओर से रावण दहन का कार्यक्रम आयोजित होता है साथ ही अरगोड़ा चौक मैदान में भी रावण दहन का कार्यक्रम होगा।

तिथियों में ऐसे समझिए दुर्गोत्सव को

10 अक्टूबर (कलश स्थापन)

प्रतिपदा -प्रात: 07.56 बजे तक।

अभिजीत मुहूर्त - दिन के 11.37 से 12.23 बजे

11 अक्टूबर (द्वितीय)

सुबह 7.08 बजे

12 अक्टूबर (तृतीया)

सुबह 6.39 बजे

13 अक्टूबर (चतुर्थी)

प्रात: 06.59 बजे

14 अक्टूबर (पंचमी)

सुबहर 7.44 बजे

15 अक्टूबर (षष्ठी)

सुबह 8.54 बजे

16 अक्टूबर (सप्तमी)

दिन के 10.31 बजे

17 अक्टूबर (महाअष्टमी)

दिन के 12.27 बजे

18 अक्टूबर (महानवमी)

दिन के 2.32

19 अक्टूबर (विजयादशमी)

संध्या 4.39 बजे

Posted By: Inextlive