गणेश प्रतिमा विसर्जन के बाद उपजा नया विवाद, कई दुर्गा पूजा समितियों ने इस साल दुर्गा प्रतिमाओं को न बैठाने का किया फैसला

रोक दिया गया पंडालों और प्रतिमाओं का निर्माण कार्य, गंगा में ही मूर्तियों को विसर्जित करने की कर रहे मांग

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गणेश प्रतिमा विसर्जन को लेकर शुरू हुआ विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब इस क्रम में नया बवाल शुरू हो गया है। जिसके बाद महज कुछ दिनों में होने वाली दुर्गा पूजा पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं। वजह दुर्गा पूजा समितियों ने इस बार दुर्गा पूजा न करने का फैसला ले लिया है। हालांकि इस फैसले में अभी कुछ ही समितियां आगे आई हैं लेकिन शनिवार को इस मामले में केन्द्रीय दुर्गा पूजा समिति की ओर से कोर कमेटी की बैठक बुलाई गई है। इस बैठक में रणनीति पर चर्चा होगी।

पूछा, क्या करेंगे पूजा करके?

गणेश प्रतिमा को गंगा में विसर्जित न कर कुंड में बहा देने की जबरन पुलिसिया कार्रवाई से दुर्गा पूजा समिति के लोग आहत हैं। नई सड़क स्थित सनातन धर्म इंटर कॉलेज में होने वाली दुर्गा पूजा समिति पर इसका असर भी पड़ा है। शहर की बड़ी पूजा समितियों में से एक श्री दुर्गा पूजा समिति के अध्यक्ष सूरज जायसवाल का कहना है कि गोदौलिया चौराहे पर जो कुछ हुआ वो शर्मिदा करने वाला है। परम्परा के विरुद्ध पुलिस ने जबरन प्रतिमा को कुंड में बहा दिया जबकि शास्त्रों में भी स्थापित प्रतिमाओं को बहते जल में प्रवाहित करने का आदेश है। अगर पुलिस धर्म से खेल रही है तो फिर हम पाप के भागी क्यों बनें? इसे देखते हुए ही हमने इस बार दुर्गा पूजा न करने का फैसला किया है। इस कारण पूजा पंडाल और मूर्तियों का निर्माण भी रोक दिया गया है। पानदरीबा स्थित अनामिका क्लब ने भी दुर्गापूजा न करने का फैसला किया है। समिति के अध्यक्ष संदीप मिश्रा का कहना है कि आस्था से खिलवाड़ किसी हाल में नहीं होने दिया जायेगा।

बैठक में होगा बड़ा फैसला

दो दुर्गा पूजा समितियों के प्रतिमा न बैठाने का फैसला आने के बाद केन्द्रीय दुर्गा पूजा समिति के पदाधिकारी भी विरोध की तैयारी में हैं। केन्द्रीय दुर्गा पूजा समिति के अध्यक्ष तिलकराज मिश्रा का कहना है कि कुल 300 से ज्यादा पूजा समितियां शहर में हैं। इनको एक साथ कर फैसला करना थोड़ा मुश्किल है लेकिन आस्था और धर्म के नाम पर अगर दुर्गा पूजा का बहिष्कार करना पड़े तो हम सब साथ लेकिन अंतिम फैसला शनिवार को पूजा कमेटी की कोर बैठक में लिया जायेगा।

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संतों पर लाठी चार्ज और गंगा में विसर्जन रोके जाने का विरोध हम इस बार दुर्गा पूजा न करके करेंगे। हमने पंडाल और मूर्ति निर्माण रुकवा दिया है।

सूरज जायसवाल, अध्यक्ष श्री दुर्गा पूजा समिति, सनातन धर्म

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धर्म के नाम पर सिर्फ राजनीति नहीं करनी है। हमें मां को आस्था के साथ पूजना और विसर्जित करना है लेकिन डंडे के बल पर कोई काम नहीं होगा। इसलिए इस बार पूजा न करने का फैसला किया गया है।

संदीप मिश्रा, अध्यक्ष, अनामिका क्लब, पानदरीबा

Posted By: Inextlive