JAMSHEDPUR: कहीं अयोध्या में प्रस्तावित श्रीराम मंदिर तो कहीं प्लास्टिक की गिरफ्त में दुनिया का दृश्य श्रद्धालुओं को अपनी ओर आकर्षित कर रहा है। बड़ा प्यारा सजा है दरबार भवानीजैसे भजनों के अलावा मां अंबे के जयकारा से पूरा शहर गूंज उठा है। स्टील सिटी में दुर्गा पूजा का उल्लास चरम पर है। शुक्रवार को पंडालों के पट खुलते ही श्रद्धालुओं का हुजूम मां अंबे का दर्शन करने उमड़ पड़ा। माता का आशीर्वाद पाकर श्रद्धालु धन्य हो रहे हैं। पूजा पंडालों के आसपास मेला लगा हुआ है। पूजा-अर्चना के साथ-साथ लोग मेले का भी लुत्फ उठा रहे हैं। माता की भक्ति में पूरा शहर लीन हो चुका है। जानते हैं कहां, कैसे पंडाल बनाए गए हैं।

1. श्रीश्री न्यू दुर्गा पूजा कमिटी, सिदगोड़ा

पंडाल की आकृति: अयोध्या में प्रस्तावित श्रीराम मंदिर का प्रारूप

स्थापना : 1953

लागत : 13 लाख

निर्माण सामग्री : बांस, कपड़ा, प्लाई, लकड़ी का बीट

संरक्षक : चंद्रगुप्त सिंह

उपाघ्यक्ष : राजेश चौधरी

क्या है खास : सिदगोड़ा सिनेमा मैदान में श्रीश्री न्यू दुर्गा पूजा कमिटी इस वर्ष अयोध्या में प्रस्तावित श्रीराम मंदिर की आकृति का पंडाल बनाकर तैयार की है। मंदिर का डिजाइन अपने आप में लोगों को आकर्षित कर रहा है। दुर्गा पूजा के दौरान यहां श्रद्धालुओं के लिए भोग का वितरण किया जाएगा। साथ ही कई कल्चरल प्रोग्राम भी होंगे।

2. जयराम स्पोटिंग क्लब, आदित्यपुर

पंडाल की आकृति : प्रदूषण, कचड़ा व पॉलीथिन रूपी राक्षस की चपेट में विश्व

स्थापना : 1980

लागत : 25 लाख

निर्माण सामग्री : बांस, प्लाई, कपड़ा समेत अन्य सामान

संरक्षक : पूर्व विधायक अरविंद सिंह

अध्यक्ष : रवि सिन्हा

महासचिव : एके श्रीवास्तव, शंकर सिंह

क्या है खास : शहर में सबसे आकर्षक पंडालों में एक जयराम स्पोर्टिग क्लब, आदित्यपुर ने दुनिया में प्लास्टिक के कारण हो रहे नुकसान को दिखाया है। पूजा पंडाल में प्लास्टिक रूपी दानव ने हमारी पृथ्वी को अपनी गिरफ्त में ले लिया है। प्लास्टिक के बढ़ते उपयोग से पूरी दुनिया में ग्लोबल वार्मिग, पर्यावरण असंतुलन जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। दुर्गा पूजा के मौके पर यहां कई प्रकार के कार्यक्रम आयोजित होंगे। इस वर्ष भी सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ भोग वितरण होगा।

Posted By: Inextlive