Dussehra 2020 Date and Time: 25 अक्टूबर को है विजयादशमी, जानें महत्व और पूजा-मुहूर्त
कानपुर (इंटरनेट डेस्क)। आश्विन शुक्ल पक्ष महीने में शारदीय नवरात्रि के नौ दिन तक चलने वाले त्योहार के बाद विजयादशमी का पर्व आता है। जिसे दशहरा भी कहा जाता है। इस शुभ दिन को श्री राम से भी जोड़ा जाता है। इस दिन राजा दशरथ के पुत्र भगवान राम ने बुराई का प्रतिनिधित्व करने वाले रावण का वध किया था। इस वर्ष दशहरा या विजयदशमी का पर्व 25 अक्टूबर को मनाया जा रहा है।
दशहरा 2020 की तारीखदशहरे को आश्विन महीने में दशमी तिथि, शुक्ल पक्ष (चंद्रमा का एपिलेशन चरण) पर मनाया जाता है। इस वर्ष दशहरा या विजयादशमी 25 अक्टूबर को ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार मनाया जाएगा। हालाँकि, पश्चिम बंगाल और अन्य पूर्वी राज्यों में, विजयादशमी 26 अक्टूबर को मनाई जाएगी। दशहरा 2020 दशमी तिथि
दशमी तिथि 25 अक्टूबर को सुबह 7:41 बजे शुरू होती है और 26 अक्टूबर को सुबह 9:00 बजे समाप्त होती है।
दशहरा 2020 पूजा शुभ मुहूर्त
द्रिक पपंचांग के अनुसार, समय इस प्रकार हैं:
दशहरे का महत्व
हालांकि दशहरा का त्योहार दो अलग-अलग किंवदंतियों से जुड़ा हुआ है, लेकिन सामान्य बात यह है कि यह बुराई पर अच्छाई की जीत का जश्न मनाता है। इस दिन, देवी दुर्गा ने महिषासुर नामक एक राक्षस को नौ दिनों तक चलने वाले युद्ध में अपने त्रिशूल से मारकर उसका अंत कर दिया। वहीं दूसरी ओर इसी दिन भगवान राम ने लंकापति रावण का वध किया था। इस प्रकार, देवी और मर्यादा पुरुषोत्तम राम ने धर्म की स्थापना की और अराजकता और विनाश को समाप्त करके पूरे विश्व में शांति स्थापित की।
रावण पर श्री राम की जीत को इस दिन देश के कई हिस्सों में प्रतिवर्ष मनाया जाता है, और इस परंपरा को रावण दहन के रूप में जाना जाता है। रावण, उसके बेटे मेघनाद (इंद्रजीत), और भाई कुंभकर्ण के विशालकाय पुतलों को देखने के लिए भीड़ जुटती है।इसके बाद समय पर पुतला दहन किया जाता है। दशहरे के दौरान, तुलसीदास की रामचरितमानस पर आधारित एक नाटक का आयोजन भी होता है जिसे रामलीला कहते हैं। भारत में कई हिस्सों में राम लीला का आयोजन होता है जिसमें तमाम कलाकार हिस्सा लेते हैं।