दिल्‍ली में आम आदमी पार्टी की सरकार ने एक और तोहफा दिया है. अब दिल्ली देश का पहला ऐसा राज्य बन गया जहां जनता को ई-राशन कार्ड की सुविधा मिलेगी. कल शुक्रवार को दिल्ली सचिवालय में आयोजित एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ई-राशन कार्ड योजना को लांच किया.

10 फीसद लोग जन्मजात इमानदार
ई-राशन कार्ड योजना को लांच करते हुए अरविंद केजरीवाल ने कहा कि यह सुविधा जरूरतमंद लोगों को सहूलियत देने तथा राशन में माफिया राज को खत्म करने के उद्देश्य से शुरू की गई है. केजरीवाल ने कहा कि योजना के शुरू होने से राशन वितरण में व्याप्त भ्रष्टाचार खत्म हो जाएगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि वह मानते हैं कि मात्र 10 फीसद लोग जन्मजात इमानदार होते हैं जबकि 10 फीसद जन्मजात बेईमान. वहीं करीब 80 फीसद लोग वक्त के हिसाब से ढल जाते हैं. उन्होंने यह भी कहा कि योजना के शुरू होने से वह अपने सपने को पूरा होता महसूस कर रहे हैं. गौरतलब है कि तकरीबन डेढ़ दशक पहले अरविंद केजरीवाल व दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने गैर सरकारी संस्था परिवर्तन की शुरुआत की थी. इसके माध्यम से दिल्ली में राशन माफिया द्वारा की जा रही गड़बड़ियों को उजागर करना था. इसमें वह सफल भी रहे.


शिकायतें भी विभाग को मिली 
केजरीवाल ने कहा कि तब राशन माफिया से बहुत धमकी मिलती थी, अब ई-राशन कार्ड सुविधा शुरू होने से इसका लाभ सिर्फ जरूरतमंद ही ले पाएंगे. उन्होंने कहा कि अभी तक जिस तरह राशन कार्ड बनता था उसमें लोगों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ता था. आवेदन पत्र ही स्वीकार नहीं किए जाते थे. इस दौरान औपचारिकता पूरी होने के बाद कार्ड जारी करने में 20 से 25 दिन का समय लग जाता था. मुख्यमंत्री ने कहा कि खाद्य आपूर्ति विभाग के पास इस तरह की शिकायतें मिली हैं कि पोस्टमैन राशन कार्ड को या तो गलत पते पर दे आते थे या फिर इसे राशन देने वाले दुकानदार को दे आते थे. कई बार राशन के बदले उपभोक्ताओं से पैसे मांगने की शिकायतें भी विभाग को मिली हैं. इन सभी को ध्यान में रखकर योजना को शुरू किया गया. विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, अब जैसे ही राशन कार्ड का फॉर्म भरकर उपभोक्ता विभाग को देगा. सारे कागजात की जांच करने पर उसके मोबाइल पर एक संदेश आएगा. 


हेल्पलाइन नंबर 1967 पर भी संपर्क
इस संदेश के आने के बाद उपभोक्ता अपने मोबाइल पर दिल्ली सरकार के खाद्य एवं आपूर्ति विभाग की वेबसाइट से राशन कार्ड को डाउनलोड कर सकता है. इसे मोबाइल में भी सेव करके रखा जा सकता है और राशन की दुकान पर यह दिखाने पर उपभोक्ताओं को राशन मिल जाएगा. राशन से संबंधित जानकारी हासिल करने के लिए हेल्पलाइन नंबर 1967 पर भी संपर्क किया जा सकता है. पहले राशन कार्ड खो जाता था तो उसकी एफआइआर दर्ज करानी पड़ती थी, उसके बाद विभाग में आवेदन करना पड़ता था. अब यह दिक्कत नहीं होगी. अगर कोई उपभोक्ता पुराने कार्ड में नाम या पते में बदलाव करना चाहता है तो उसे भी ई-राशन कार्ड की सुविधा आसानी से मिलेगी. 

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Posted By: Satyendra Kumar Singh