- रेलवे में ई-ऑफिस के लिए जरूरी तैयारियां पूरी, जीएम ने किया औपचारिक इनॉगेरशन

- 10-15 दिनों में पूरे नॉर्थ ईस्टर्न रेलवे में लागू हो जाएगी व्यवस्था

GORAKHPUR: कागज के फेर में अब डेवलपमेंट पर ब्रेक नहीं लगेगा। फाइल महज एक क्लिक पर इधर से उधर पहुंचेंगी और अटकी पड़ी योजनाओं हो या फिर नई, झटपट उसके टेंडर होंगे और काम शुरू हो जाएगा। एनई रेलवे में पिछले कई माह से चल रही ई-ऑफिस सिस्टम की कवायद शुक्रवार को कंप्लीट कर ली गई। जीएम राजीव अग्रवाल ने इसका विधिवत इनॉगरेशन किया। फॉर्मल इनॉगरेशन के बाद जिम्मेदारों ने बताया कि 10-15 दिनों में यह व्यवस्था पूरे एनई रेलवे में लागू हो जाएगी और लोगों को इसका फायदा मिलने लगेगा।

एनवायर्नमेंट को भी करेगा सेफ

जीएम राजीव अग्रवाल ने कहा कि आज के टेक्निकल युग में हमें निरंतर एडवांस बने रहने की कोशिश करनी चाहिए। ई-ऑफिस इस सीरीज में डिजिटलाइजेशन की ओर से एक कोशिश है। उन्होंने कहा कि ई-आफिस से न सिर्फ वर्क प्रॉसेस जल्दी कंप्लीट हो जाएगी। जो एनवायर्नमेंट कंजर्वेशन की दिशा में एक अहम कदम है। उन्होंने ई-आफिस की फील्ड में बेहतर काम करने के लिए रेल टेल के जीएम दीपू श्याम और एनईआर के एजीएम आनंद ऋषि के काम की तारीफ की। दीपू श्याम ने ई-आफिस की इंपॉर्टेस पर रोशनी डाली। खासियत बताते हुए उन्होंने कहा कि डिजिटल सिग्नेचर हर यूजर के लिए जरूरी होगा। नेटवर्क की उपलब्धता काफी अहम होगी। उन्होंने कहा कि इस प्रॉसेस में किसी भी फाइल या अप्लीकेशन को डाउनलोड करने की जरूरत नहीं होगी।

चुटकियों में बोर्ड तक की परमिशन

रेलवे के लिए नए आईआरईपीएस सिस्टम के जरिए व‌र्क्स प्रोग्राम के प्रपोजल काफी तेजी से अप्रूव होंगे। इसमें इनिशियल वर्क से लेकर जीएम और बोर्ड की परमिशन भी चुटकियों में ली जा सकेगी। वहीं डुप्लिकेशन और फाइल मूवमेंट टाइम भी ट्रैक हो सकेगी, जिससे कि फाइल रोकने वाले जिम्मेदार भी आसानी से ट्रैक हो सकेंगे और उनके खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी। वहीं कंप्यूटराइज वर्क होने की वजह से फाइल गायब होने का डर भी खत्म हो जाएगा, जिससे कि कोई प्रोजेक्ट फाइल के फेर में नहीं फंस पाएगा। इस मौके पर सुधांशु शर्मा, सतीश कुमार पांडेय, अनिल कुमार सिंह, आलोक सिंह, एके पांडेय, श्रीकांत सिंह, एनपी पांडेय, बेचू राय, आरके यादव, नुरूद्दीन अंसारी, पंकज कुमार सिंह आदि मौजूद रहे।

Posted By: Inextlive