जमशेदपुर: स्टील सिटी में ई-वेस्ट को कलेक्शन करने के लिए शहर भर के स्कूलों में कलेक्शन सेंटर बनाये जाएंगे. जहां पर बच्चों के साथ ही उनके माता-पिता भी अपने खराब गैजेट को देकर ई-वेस्ट को कलक्ट करने में जेएनएसी की मदद कर सकेंगे. वेस्ट का बेहतर उपयोग के लिए जेएनएसी एक विदेशी कंपनी के साथ करार करेगी. इस वेस्ट का प्रयोग लोगों को उपयोगी समान बनाने में किया जाएगा. जेएनएसी के सिटी मैनेजर मेंहदी हसन ने बताया कि दिनों दिन शहर में ई-वेस्ट बढ़ता जा रहा है उन्होंने बताया कि अब जितने भी गैजेट आ रहे उनमें प्लास्टिक का अधिक प्रयोग किया जा रहा है. गैजेट बेकार होने पर लोग इन्हें फेंक देते है, जिसको जलाने पर वायु प्रदूषण फैलता है. वेस्ट के उपयोग के लिए जल्द ही जेएनएसी किसी विदेशी कंपनी से करार कर इसका उपयोग करेगा. वेस्ट को कलेक्शन के लिए स्कूलों और सरकारी कार्यालयों में सेंटर बनाये जाएंगे.

प्रति सामान के हिसाब से मिलेगा मूल्य

ई-वेस्ट कलेक्शन के लिए प्रति सामान का अलग मूल्य दिया जाएगा. बताते चले कि कि ई-वेस्ट में मोबाइल, प्रिंटर, कीबोर्ड, लैपटॉप सहित सभी तरह के गजट आते है. जिनका अलग-अलग मूल्य दिया जाएगा. बताते चले कि लैपटॉप खराब होने के बाद भी उनमें लगे कल पुर्जो का प्रयोग किसी नये गैजेट बनाने में किया जाएगा. इतना ही नहीं इसके प्लास्टिक और अन्य उपयोगी सामान को भी प्रयोग में लाया जाएगा. शहर के लोगों को इसका उचित मूल्य जाये इसके लिए कंपनी से डील की जाएगी. कलेक्शन के लिए शहर भर के स्कूलों के बच्चों को जागरुक किया जाएगा. बच्चों को विशेष कक्षाओं के माध्यम से इसके लाभ के बोर में जानकारी दी जाएगी. साथ ही बच्चों को कहा जाएगा कि वह अपने पैरेंट्स को भी इस बारे में जागरुक करें. जिससे अधिक से अधिक वेस्ट एकत्र किया जा सके.

10 प्रतिशत भाग की रिसाइकिलिंग में मिली सफलता

वेस्ट रिसाइकिलिंग में अमेरिका जैसे देख अभी तक 33 प्रतिशत सफलता प्राप्त कर चुके है. वहां का वेस्ट रिसाइकिलिंग कर एशियाई देशों में सस्ते पर बेचा जाता है. भारत में ईवेस्ट के निष्पादन में लगभग 10 प्रतिशत की सफलता मिली है, इस समय देश की महज 16 कंपनियां है जो रिसाइकिलिंग का काम करती है. जिसके चलते ही विदेशी कंपनियों के साथ करार करने की कोशिश की जा रही है.

वर्जन

ई-वेस्ट के मैनेजमेंट के लिए देश विदेश की कई कंपनियों से बात की जा रही है. जल्द ही किसी कंपनी से करार कर शहर का ई-वेस्ट रिसाइकिलिंग को दिया जाएगा. शहर में कलेक्शन के लिए स्कूलों और सामुदायिक स्थानों या सरकारी कार्यालयों का प्रयोग किया जाएगा.

कृष्ण कुमार , स्पेशल आफिसर जेएनएसी जमशेदपुर

Posted By: Kishor Kumar