जमशेदपुर : जमशेदपुर यूटिलिटिज एंड सर्विसेज कंपनी लिमिटेड (जुस्को) व हुलादेक की ओर से झारखंड का पहला ई-वेस्ट मैनेजमेंट सेंटर साकची के बिरूपा रोड पर खोला गया है. बुधवार को जिले के उपायुक्त अमित कुमार ने इसका उद्घाटन किया. हुलादेक की टीम शहरवासियों के घर-घर से ई-वेस्ट कचरे (स्मार्टफोन, पुराने कम्प्यूटर, टीवी, एलईडी, एलसीडी, एसी, फ्रिज, वॉशिंग मशीन) का उठाव करेगी. बदले में शहरवासियों को कबाड़ की तरह बिक्री करने पर पैसे भी मिलेंगे. उपायुक्त ने कहा कि हमारी कोशिश होगी कि शहर में जल्द ही इसकी एक प्रोसेसिंग यूनिट बने, ताकि ई-वेस्ट कचरे को बाहर न भेजना पड़े. हमें पर्यावरण के प्रति चिंता व्यक्त करते हुए प्रण लेना चाहिए कि हम इसकी रक्षा करेंगे.

टाटा स्टील, जुस्को को सराहा

उन्होंने कहा कि टाटा स्टील, जुस्को की ओर से यह बेहतर पहल है. क्योंकि आइटी, कम्युनिकेशन जिस तेजी से हमारे जीवन का अभिन्न अंग बनते जा रहा हैं उसी तरह ई-वेस्ट कचरा भी बढ़ते जा रहा है. इसमें मौजूद कई हानिकारक तत्व हमारे शरीर और पर्यावरण के लिए हानिकारक हैं. इसका सही तरीके से निस्तारण होना चाहिए. उन्होंने बताया कि देश में वर्ष 2020 तक 52 लाख मीट्रिक टन ई-वेस्ट कचरा हो जाएगा. इसलिए जो भी कंपनी या संस्थान भारी मात्रा में ई-वेस्ट कचरे का उत्सर्जन करते हैं, हमें उनको एक मंच पर लाना होगा. हमारा लक्ष्य होगा अपना शहर ई-वेस्ट फ्री बने.

प्रगति के साथ बढ़ा ई-वेस्ट

टाटा स्टील के वाइस प्रेसिडेंट चाणक्य चौधरी ने कहा कि हमें खुशी है कि इस वर्ष पर्यावरण दिवस पर हम कुछ अलग कर रहे हैं. जुस्को एमडी तरूण डागा ने कहा कि प्रगति पर हम जितनी तेजी से अग्रसर हो रहे हैं, उतनी तेजी से हम ई-वेस्ट भी जेनरेट कर रहे हैं. इसलिए सॉलिड वेस्ट, ग्रीन कवर, सीवरेज ट्रीटमेंट, नदी स्वच्छता के बाद हम ई-वेस्ट की दिशा में एक नई पहल की शुरुआत कर रहे हैं. मौके पर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय निदेशक सुरेश पासवान, जुस्को के वरीय महाप्रबंधक कैप्टन धनंजय मिश्रा, जुस्को श्रमिक यूनियन अध्यक्ष रघुनाथ पांडेय, जुस्को के पूर्व निदेशक एमपी सिन्हा सहित बड़ी संख्या में शहर के गणमान्य उपस्थित थे. कार्यक्रम से पहले उपायुक्त ने पौधे रोपे और कोलकाता री-साइकिल सेंटर को ई-वेस्ट को झंडा दिखाकर रवाना किया.

Posted By: Kishor Kumar