-माडल प्रजेंटेशन में झंडू बाम की डिबिया से बताया आर्कमिडीज का सिद्धांत

-स्मार्ट सिटी संग एनर्जी के यूटिलाइजेशन पर भी हुई बात

-पेंटिंग, डिबेट काम्पिटिशन में शामिल होने के साथ बच्चों ने निकाली रैली

-स्कूलों में ली गई पॉलिथिन का इस्तेमाल न करने की शपथ, आई नेक्स्ट के अभियान को सराहा

ALLAHABAD: बड़े सोचें न सोचें, बच्चे सोचने लगे हैं। प्लास्टिक वेस्ट के यूज से लेकर इसके मैनेजमेंट तक के बारे में। वे जान गए हैं थोड़ी सी सुविधा के चक्कर में आज जिस पॉलीथिन बैग को यूज कर रहे हैं, वह कल के लिए बड़ा खतरा है। यह सब उन्होंने व‌र्ल्ड अर्थ डे के मौके पर आयोजित प्रोग्राम में डिस्प्ले भी किया। बता दें कि आई नेक्स्ट इस मुद्दे पर पब्लिक को अॅवेयर करने के लिए अभियान चला रहा है। व‌र्ल्ड अर्थ के डे के मौके पर इसका असर बच्चों की क्रिएटीविटी में रिफलेक्ट हुआ।

बताया काई से चल सकती है कार

विश्व पृथ्वी दिवस पर इलाहाबाद म्यूजियम में कई इवेंट्स आयोजित किए गए। जिला विज्ञान क्लब के तत्वावधान में बाल विज्ञान जागरुकता अभियान के तहत हुए इस प्रोग्राम में बच्चों ने विज्ञान से जुड़े मॉडल एवं पोस्टर्स बनाए थे। गंगा गुरुकुलम स्कूल से आए उत्कृष्ट सिन्हा और आदर्श सिंह ने कचरा रिसाइक्लिंग प्लांट का प्रदर्शन किया। इसमें उन्होंने बताया कि कैसे प्लास्टिक वेस्ट से सड़क बनाई जा सकती है। बायोगैस प्लांट में उन्होंने यह भी दिखाने की कोशिश की कि प्लांट से निकलने वाले धुएं को भी कंट्रोल किया जा सकता है। जिससे बहुत कम पाल्युशन होता है। उन्होंने काई से कार चलाने का न सिर्फ मॉडल बनाकर प्रस्तुत किया बल्कि उसके बारे में ब्रीफ भी किया ताकि पब्लिक को इस थॉट और डेवलपमेंट के बारे में पता चले।

दिखाया कबाड़ से जुगाड़ का हुनर

प्राईमरी स्कूल नगला जयसिंह से आए शिक्षक मनीष ने कबाड़ से ध्वनि की समझ, झंडू बाम की खाली डिब्बी से आर्कमिडीज के सिद्धांत का प्रतिपादन, खराब साइकिल की ट्यूब से पंप, बोतल से दाब का अंतर, माचिस की तीली से गणीतीय ज्यामिती, फ्रूटी के खाली पैकेट से मापक यंत्र का डेमास्ट्रेशन करके दिखाया। महर्षि पतंजलि विद्या मंदिर की दिव्या और रक्षा ने स्मार्ट होम सिटी बनाकर दिखाया। बेथनी कान्वेंट की प्रशंसा, श्रेया और आयशा ने एनर्जी के युटीलाइजेशन का शानदार प्रदर्शन किया।

चमत्कार को सबने किया नमस्कार

विकास संस्थान नैनी के प्रमोद ने चमत्कार नाम से आयोजित कार्यक्रम में यह दिखाने की कोशिश की कि कैसे कोई जादूगर या तांत्रिक जीभ में त्रिशूल, गाल में सुई, नारियल के पानी से छींटा मारकर अग्नि को प्रज्जवलित कर देता है। उन्होंने इसके पीछे छुपे वैज्ञानिक कारणों को करके दर्शाया। इसके अलावा पृथ्वी के संरक्षण में हमारा कर्तव्य टॉपिक पर बच्चों की ओर से लगाई गई पोस्टर प्रदर्शनी में सेविंग अर्थ डे, सेलिब्रेशर ऑफ अर्थ डे, ग्लोबल वार्मिग, मदर अर्थ, आवर लाइफ अर्थ आदि को समझाने की कोशिश की गई।

साइंस मॉडल में एमपीवीएम का जलवा

प्रोग्राम का एनागरेशन चीफ गेस्ट मुख्य विकास अधिकारी अटल कुमार राय ने किया। इस अवसर पर म्यूजियम के डायरेक्टर डॉ। राजेश पुरोहित, आनन्द भवन के प्रशासक प्रमोद कुमार पांडेय, बायोवेद संस्थान के निदेशक डॉ। बीके द्विवेदी, अपर जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी डॉ। डीडी सिंह, शियाट्स के डीन डॉ। पी डब्ल्यू रामटेके ने उपरोक्त विषय पर अपनी बात रखी। इसमें क्म् स्कूल से आए करीब दो सौ बच्चों ने भाग लिया।

विजेता बने बच्चे

साइंस मॉडल प्रतियोगिता में एमपीवीएम के उत्कृष्ट सिन्हा एवं आदर्श शुक्ला

पोस्टर प्रतियोगिता में जूनियर आयु वर्ग में एसएमपीपीएस से स्नेहा गुप्ता

डिबेट में श्री महाप्रभु स्कूल के आदर्श पांडेय को प्रथम स्थान मिला

Posted By: Inextlive