भूकंप सुरक्षा सप्ताह पर मॉकड्रिल से किया गया आपदा के प्रति अवेयर

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क्कन्ञ्जहृन् :

पीएमसीएच में शुक्रवार दोपहर अचानक सायरन बजने से हड़कंप मच गया। पता चला कि भूकंप आया है। पीएमसीएच के नर्सिंग इंस्टीट्यूट और वाडरें के साथ ही परिसर में गहमागहमी तेज हो गई। सभी ने बचने के लिए खुले में जाना शुरू कर दिया। इंस्टीट्यूट की छात्राओं के सिर पर हाथ रखकर मैदान की ओर आते देख पीएमसीएच परिसर के लोग आश्चर्य चकित हो गए। सभी के आने पर गिनती की गई तो पता चला कि कुछ लोग बिल्डिंग में फंस गए हैं। अस्पताल की खोज व बचाव टीमों ने नर्सिंग इंस्टीट्यूट में फंसे घायलों को सुरक्षित बहार निकाला। इंस्टीट्यूट की सभी छात्राएं और शिक्षिकाएं परिसर में पहुचीं जहां पीएमसीएच के प्रिंसिपल विद्यापति चौधरी एनडीआरएफ के अधिकारी बालचंद्र ने भूकंप में बचने की जानकारी दी। यह सब होता देख अस्पताल परिसर में मौजूद लोग चकित थे कि यह सब क्या हो रहा है।

दरअसल यह एक मॉकड्रिल था। भूकंप सुरक्षा सप्ताह के मौके पर आपदा प्रबंधन प्राधिकरण और एनडीआरएफ द्वारा आयोजित इस मॉकड्रिल में अस्पताल प्रशासन और यहां काम करने वालों को भूकंप की आपदा में सुरक्षा की जानकारी देना था। 9वीं बटालियन एनडीआरएफ द्वारा बिहार राज्य आपदा प्रबधंन प्राधिकरण के समन्वय से पटना मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल द्वारा मॉकड्रिल का सफल आयोजन किया गया। इस मॉकड्रिल में पीएमसीएच के चिकित्साधिकारी, स्टाफ व नर्सिंग छात्रों के साथ-साथ आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, 9 बटालियन एनडीआरएफ, पुलिस, अग्निशमन सेवा व अस्पताल सुरक्षा की टीमों ने भाग लिया।

धन्वन्तरि होस्टल से पीडि़तों को निकाला

पीएमसीएच परिसर में शुक्रवार को दोपहर एक बजे अचानक सायरन बजने लगा जो कि इस बात का सूचक था कि भूकंप आ चुका है। तुरंत अस्पताल के जीएनएम नर्सिंग इंस्टिट्यूट तथा अन्य वाडरें में मौजूद लोगों ने 'झुको', 'ढको' व 'पकड़ो' ड्रिल अपनाया। फिर अस्पताल के आपातकलीन निकासी दल द्वारा सभी लोगों को असेंबली एरिया में एकत्रित किया गया। फिर उनकी गिनती की गई। इसके बाद अस्पताल की खोज व बचाव टीमों ने नर्सिंग इंस्टीट्यूट में फंसे घायलों को सुरक्षित बहार निकालने का अभ्यास किया।

इस मॉक ड्रिल में 9 बटालियन एनडीआरएफ की टीम ने भी अपनी व्यवसायिक कार्यकुशलता का परिचय देते हुए रोप रेस्क्यू तकनीक से पीएमसीएच की ऊंची इमारत धन्वन्तरि होस्टल से पीडि़तों को सुरक्षित बाहर निकालने का सफल अभ्यास किया। साथ ही वहां उपस्थित लोगों को भूकंप सुरक्षा एवं रेस्पांस मेकैनिज्म के बारे में विस्तृत जानकारियां दी गईं।

9 बटालियन एनडीआरएफ के कमान्डेंट विजय सिन्हा ने बताया कि इस मॉकड्रिल के सफल आयोजन से पहले पीएमसीएच के स्टाफ व छात्रों को दो दिनों का प्रशिक्षण दिया गया तथा एक दिन इसका रिहर्सल करवाया गया। भूकंप आने पर अपनाए जाने वाले सुरक्षात्मक पहलुओं तथा रेस्पांस मैकेनिज्म को बताते हुए अस्पताल की रेस्पांस टीमों द्वारा इसका अभ्यास करवाया गया। इस मॉकड्रिल के सफल आयोजन में एनडीआरएफ के कुमार बालचन्द्र, उप कमान्डेंट, अभिषेक कुमार राय, उप कमान्डेंट तथा डॉ ललन कुमार ने सराहनीय भूमिका निभाया। पीएमसीएच के प्रिंसिपल डॉ (प्रोफेसर) विद्यापति चौधरी तथा सुपरिटेंडेंट डॉ विमल कारक ने इस मॉकड्रिल की सराहना की।

Posted By: Inextlive