ALLAHABAD: ईस्टर के अवसर पर शनिवार को यीशु दरबार से पूरी भव्यता के साथ ईस्टर जुलूस निकाला गया। यीशु दरबार नैनी से लेकर सिविल लाइंस पत्थर गिरिजाघर तक निकाले गए जुलूस में मानव जाति में शांति, प्रेम और भाईचारा कायम रहने की कामना की गई। जुलूस यीशु दरबार से प्रारंभ होकर, नया पुल, बैरहना चौराहा, केपी इंटर कॉलेज व सिविल लाइंस के विभिन्न मार्गो से होता हुआ वापस दरबार पहुंचकर समाप्त हुआ। यीशु दरबार में ईस्टर जुलूस की शुरुआत बिशप मोस्ट रेव्ह। प्रो। राजेन्द्र बी। लाल और दरबार की उपाध्यक्षा डॉ। सुधा लाल के वचनों से हुई। जॉयसी ने हरी झंडी दिखाकर जुलूस को रवाना किया। संचालन प्रति कुलपति प्रशासन प्रो। एसबी लाल, प्रो। एकेए लॉरेंस व निदेशक प्रशासन विनोद बी। लाल ने किया।

मानवता के लिए दिया प्राण

बिशप प्रो। लाल ने अपने वचन में कहा कि परमेश्वर ने जगत से ऐसा प्रेम किया कि जगत के कल्याण के लिए इकलौता पुत्र को दे दिया। प्रभु यीशु मसीह ने भी मानव कल्याण के लिए मनुष्य के पापों को अपनी देह पर लेकर क्रूस पर अपने प्राण त्याग दिए। ताकि मनुष्य पापों से मुक्त होकर कल्याण, प्रेम, दया, मानवता, धीरज और प्रभु के विश्वास में अपना जीवन जी सके। उन्होंने कहा कि प्रभु ने जगत में किसी धर्म, जाति के लिए नहीं बल्कि समस्त मानव जाति के कल्याण के लिए जन्म लिया और सभी को सत्य व प्रेम का संदेश दिया था।

पाम संडे आज

यीशु दरबार में पाम संडे रविवार को सुबह 9.30 बजे मनाया जाएगा। प्रवक्ता अरुण यादव ने बताया कि पाम संडे के दौरान प्रभु यीशु मसीह की मृत्यु और पुनरुत्थान से पूर्व विजय उत्सव के रूप में जुलूस निकाला जाएगा। जो दरबार के परिसर में निकलेगा।

Posted By: Inextlive