- प्रार्थनाओं के जरिए सेलीब्रेट हुआ ईस्टर

- भोर में निकाले गए जुलूस में हुई कैंडिल लाइट सर्विस

- क्वॉयर, बैंड बाजा की धुनों पर गाए गए प्रभु यीशु के गीत

BAREILLY: 'मुर्दो के बीच से उठकर हमारे प्रभु यीशु जी उठे हैं, साथ ही उन्होंने हमारी कठिनाइयों को भी दूर कर कल्याण की कामना की। कब्र पर रखा पत्थर अपने से ही हट गया, जिस पर प्रभू यीशु ने सर्वदूत को बैठा दिया। इस तरीके प्रभु ने मृत्यु के साथ जीवन आनंद का संदेश दिया.' इन्हीं वचनों के सिटी में ईस्टर के मौके पर प्रार्थना की शुरुआत हुई। इसके बाद देर रात तक जीवन आचरण और वचनों के जरिए सारी रात प्रभु की अराधना की गई। फ्राइडे को यीशु को सूली पर चढ़ाया गया था। सैटरडे को उन्हें कब्र में दफना दिया गया और संडे को ईस्टर के मौके पर वह कब्र से जी उठे। सैटरडे मिडनाइट में ही लोगों ने कैंडिल लाइट मार्च कर प्रभु यीशु के जी उठने की खुशी जाहिर की। साथ ही म्यूजिकल बैंड के जरिए क्वॉयर सिंगिंग भी चलती रही। चर्चेज में सुबह बपतिस्मा संस्कार के जरिए स्टूडेंट्स को क्रिश्चियनिटी की शपथ दिलाई गई।

निकाले गए जूलूस

परंपरा के अनुरूप शहर भर के सभी मैथोर्डिस्ट चर्चेज की ओर से प्रभु यीशु की झांकियां और जुलूस निकाले गए। इसमें फ्री विल बैप्टिस्ट चर्च, क्राइस्ट मैथोडिस्ट चर्च, आर्मी सेलवेसन चर्च सहित पांच चर्चेज शामिल रहे। जुलूस सुबह करीब तीन बजे निकाला गया, जो सुबह पांच बजे तक चला। जुलूस में सैकड़ों की संख्या में मसीही समाज के लोग फैमिली के साथ मौजूद रहे। इस मौके पर लोगों ने कैंडिल लाइट के जरिए सनराइज सर्विस प्रेयर की। साथ ही क्वॉयर गीत, बैंड बाजे और ढोल पर सुमधुर भजन प्रभु यीशु को अर्पित किए गए। जुलूस 9ब् सिविल लाइंस, सैमनरी कंपाउंड, मिशन कॉलोनी, सुभाषनगर, चौपला, मैथोडिस्ट चर्च होते हुए बटलर प्लाजा स्थित क्राइस्ट मैथोडिस्ट चर्च पर पहुंचकर समाप्त हुआ।

चलता रहा अराधना का दौर

प्रभु यीशु के दोबारा जी उठने के साथ ही चर्च में प्रार्थनाओं को दौर चलता रहा। इस क्रम में फ्री विल बैप्टिस्ट चर्च के पादरी सुनील सी लाल ने बताया कि इस मौके पर सुबह दो घंटे की विशेष प्रार्थना की गई। इसके बाद रिफ्रेशमेंट प्रोग्राम में सभी ने भाग लिया। दूसरी ओर इंटरडिपेंडेंट मैथोडिस्ट चर्च में सुबह सात बजे ईस्टर सनराइज सर्विस की गई। फिर नौ से क्ख् बजे तक प्रभु की विशेष आराधना हुई। इस मौके पर दिल्ली से आए पास्टर स्टैनली सिंह ने बाइबिल पाठ और एल्डर किया। वहीं क्राइस्ट मैथोडिस्ट चर्च में सुबह भ् बजे सनराइज सर्विस की गई। क्0 बजे बपतिस्मा संस्कार और फिर प्रार्थना की गई।

प्रभु यीशु मानव कल्याण के लिए दोबारा जी उठे, ताकि संसार के प्राणियों को कोई दुख तकलीफ ना हो। हम सभी को प्रभु यीशु के बताए रास्तों पर चलने का प्रयास करना चाहिए।

आशुतोष, डिवोटी

मानव के सभी पापों को हरने के लिए ही प्रभु यीशु सूली पर चढ़े थे। मानव जाति के हित के लिए कष्टों को सहा। ईस्टर का पर्व यीशु के दोबारा जी उठने की खुशी में हम सब एक साथ मनाते हैं।

ऐरन डोनाल्ड, डिवोटी

प्रभु यीशु के दोबारा जी उठने की घटना सूली पर चढ़ने के बाद मानव में फैल रही निराशा को दूर करने के लिए थी। कैंडिल लाइट सर्विस अंधकार से उजाले की ओर बढ़ने की प्रेरणा देती है।

पीयूष प्रसाद, डिवोटी

सनराइज सर्विस मानव के कल्याण के लिए उजाले का प्रतीक है। अंधकार और प्रकाश मानव जीवन के सच हैं, जिसे सभी को स्वीकार करना चाहिए। प्रभू यीशू कल्याण करने वाले हैं।

सुशांत, डिवोटी

Posted By: Inextlive