भारत के चुनाव आयोग के एक निर्देश के बाद योग गुरु रामदेव का हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा में आयोजित होने वाला योग शिविर रद्द हो गया है. ये शिविर सोमवार को होना था.


शिमला से स्थानीय पत्रकार अश्विनी शर्मा ने इसकी पुष्टि की है. हिमाचल प्रदेश की चार लोकसभा सीटों के लिए सात मई को मतदान हो रहे हैं.चुनाव आयोग ने शनिवार को जारी एक आदेश में धार्मिक संगठनों और समूहों की ओर से धार्मिक समागम, योग शिविर और जुलूस आदि निकालकर किसी उम्मीदवार या पार्टी के समर्थन या विरोध में अपील करने पर पाबंदी लगा दी थी.आयोग ने कहा है कि उसे इस बात की शिकायतें मिल रही हैं कि धार्मिक संगठन, संस्थाएं शिविर और बैठकें आयोजित वोटरों से ख़ास उम्मीदवारों या राजनीतिक दलों के लिए समर्थन की अपील कर रहे हैं.यह पाबंदी देश में  आदर्श चुनाव आचार संहिता लागू रहने तक जारी रहेगी.रामदेव सोमवार को कांगड़ा में एक योग शिविर का आयोजन करने वाले थे, जो इस आदेश की वजह से रद्द हो गया है.बयान की निंदा


रामदेव कांग्रेस उपाध्यक्ष  राहुल गांधी पर दिए एक बयान को लेकर इन दिनों चर्चा में हैं.एक निजी टीवी चैनल के कार्यक्रम में बाबा रामदेव ने कहा था कि राहुल गांधी दलितों के घर  हनीमून और पिकनिक मनाने के लिए जाते हैं.

"राहुल जी के बारे में जो मैंने कहा था, उसे ग़लत तरीके से पेश किया गया था. सामाजिक और राजनीति संदर्भ में अकसर कहा जाता है कि हनीमून पीरियड इज़ ओवर. इसलिए दलितों और राहुल गांधी का अपमान करना हमारा लक्ष्य नहीं था"-बाबा रामदेवउन्होंने शुक्रवार को लखनऊ में कहा था, "राहुल गांधी पिकनिक मनाने दलितों के घर जाते हैं. अगर वो दलित लड़की से शादी कर लेते तो उनकी क़िस्मत खुल सकती थी, वो प्रधानमंत्री बन जाते."उनके इस बयान की कई सारे सामाजिक और राजनीतिक संगठनों ने निंदा की थी. हालांकि बाद में बाबा रामदेव ने कहा था कि उनके बयान को ग़लत परिप्रेक्ष्य में देखा गया. इसके बाद उन्होंने अपना बयान वापस ले लिया था.इस बयान के बाद बाबा रामदेव के ख़िलाफ़ उत्तर प्रदेश में दो मामले दर्ज कराए गए, एक लखनऊ में और दूसरा सोनभद्र में. इसके अलावा भी देश में कई जगह उनके ख़िलाफ़ मामले दर्ज कराए गए हैं. रविवार को लखनऊ के जिलाधिकारी ने बाबा रामदेव के सभी कार्यक्रमों पर प्रतिबंध लगा दिया था.बाबा की सफाई

बयान पर बढ़ते विवाद के बीच शनिवार को रामदेव ने सफ़ाई दी, "राहुल जी के बारे में जो मैंने कहा था, उसे ग़लत तरीक़े से पेश किया गया था. सामाजिक और राजनीति संदर्भ में अकसर कहा जाता है कि हनीमून पीरियड इज़ ओवर. इसलिए दलितों और राहुल गांधी का अपमान करना हमारा लक्ष्य नहीं था."बहुत से सामाजिक संगठनों ने बाबा रामदेव पर मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ़्तार करने की मांग की है.बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती ने रामदेव के बयान पर आपत्ति जताते हुए शनिवार को कहा कि यदि भाजपा उनके ख़िलाफ़ कार्रवाई नहीं करती है तो पार्टी चुनाव बाद बाबा रामदेव और भाजपा के ख़िलाफ़ देशव्यापी अभियान चलाएगी.

Posted By: Subhesh Sharma