कांग्रेस पार्टी के उपाध्यक्ष राहुल गांधी को उनके विवादास्पद बयान के लिए चुनाव आयोग ने नोटिस जारी किया है और अपना पक्ष स्पष्ट करने को कहा है.


राहुल गांधी ने हिमाचल प्रदेश के सोलन में अपने भाषण में कथित तौर पर कहा था कि भाजपा अगर सरकार में आई तो लड़ाई होगी और इसमें 22,000 लोग मारे जाएंगे.राहुल गांधी के इस कथित बयान पर भारतीय जनता पार्टी ने कड़ी आपत्ति जताई थी और इस बारे में चुनाव आयोग से शिकायत की थी.चुनाव आयोग ने अपने नोटिस में कहा है कि "प्रथम दृष्टया आयोग को लगता है कि इस बयान से आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन हुआ है. आचार संहिता के अनुसार कोई भी उम्मीदवार किसी दूसरी पार्टी पर निराधार आरोप नहीं लगा सकता है.’’आयोग के अनुसार राहुल गांधी के भाषण से लगता है कि ये समुदायों के बीच तनाव पैदा करने की कोशिश है.


"जापान के लोग सवाल पूछते हैं कि वो हमारी मदद करेंगे लेकिन क्या भारत के लोग लड़ेंगे. बीजेपी के आने से लड़ाई होगी. लोग मारे जाएंगे क्योंकि वो गुस्सा फैलाते हैं"राहुल ने अपने भाषण में कथित तौर पर कहा था, "जापान के लोग सवाल पूछते हैं कि वो हमारी मदद करेंगे लेकिन क्या भारत के लोग लड़ेंगे. बीजेपी के आने से लड़ाई होगी. लोग मारे जाएंगे क्योंकि वो गुस्सा फैलाते हैं.’’

चुनाव आयोग ने राहुल गांधी को अपना रूख स्पष्ट करने के लिए 12 मई तक का समय दिया है और कहा है कि अगर राहुल अपना रूख स्पष्ट नहीं करते हैं तो आयोग इस संबंध में आगे निर्णय लेगा.राहुल के भाषण की एक अख़बार में छपी न्यूज़ प्रति और सीडी भी चुनाव आयोग को भारतीय जनता पार्टी ने उपलब्ध कराया है.राहुल गांधी के जिस कथित बयान पर आयोग ने नोटिस दिया है वो अंश ये था, "जापान के लोग सवाल पूछते हैं, आप जानते हैं क्या सवाल पूछते हैं. भईया एक डर है हमें. हम आपकी मदद करेंगे, सड़क तैयार करेंगे. एक डर है, क्या यहां पर शांति रहेगी या नहीं. क्या हिन्दुस्तान के लोग एक दूसरे से लड़ जाएंगे या नहीं. ये डर है हमारी ज़िंदगी में बिल्कुल. बीजेपी होगी, बीजेपी होगी तो लड़ाई होगी, बीजेपी होगी तो 22000 लोग मारे जाएंगे. क्योंकि वो गुस्सा फैलाते हैं. वो क्रोध फैलाते हैं. पूरी दुनिया देख रही है और पूरी दुनिया आपसे पूछ रही है हिन्दुस्तान में शांति रहेगी या नहीं. और ये सवाल पहले कभी नहीं उठता था.’’

Posted By: Subhesh Sharma