महाराष्‍ट्र नव निर्माण सेना मनसे के अध्‍यक्ष राज ठाकरे के भड़काऊ भाषण को लेकर EC सख्‍त हो गया है. मामले को गंभीरता से लेते हुये EC ने राज ठाकरे को नोटिस भेज दिया.

आचार संहिता का उल्लंघन
इलेक्शन कमीशन ने राज ठाकरे को उस बयान को लेकर नोटिस भेजा है, जिसमें उन्होंने एक सभा में यह दावा किया था कि यदि उनकी पार्टी (मनसे) सत्ता में आई तो गैर मराठी लोगों को राज्य में प्रवेश नहीं करने दिया जायेगा. आदर्श चुनाव आचार संहिता का पहली नजर में उल्लंघन करने के लिये नोटिस जारी करते हुये चुनाव आयोग ने राज को इसका जवाब देने के लिये 15 अक्टूबर की सुबह तक का समय दिया है. गौरतलब है कि इससे पहले भी राज ठाकरे में गैर मराठी लोगों के बारे में बयान दे चुके हैं.
ठाकरे परिवार पर नजर टेढी
राज ठाकरे को नोटिस भेजने के बाद अब बंबई हाई कोर्ट में एक जनहित याचिका दायर कर चुनाव आयोग को यह निर्देश देने का आग्रह किया गया है कि वह शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे, उनके पुत्र आदित्य ठाकरे और मनसे प्रमुख राज ठाकरे को हलफनामे पर अपनी संपत्ति प्रकट करने का आदेश जारी करें. यह जनहित याचिका श्रीप्रकाश नील ने दायर की है. जनहित याचिका में सिर्फ ठाकरे परिवार के इन लोगों का नाम लिया गया है लेकिन साथ ही कहा गया है कि सभी राजनीतिक दलों के नेताओं को चुनाव से पहले अपनी संपत्ति, अपने खिलाफ आपराधिक मामले, अपनी देनदारियां प्रकट करनी चाहिये.

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Posted By: Abhishek Kumar Tiwari