यूपी बोर्ड के मार्कशीट डिजिटलाइजेशन पर लगा ग्रहण

ALLAHABAD: माध्यमिक शिक्षा परिषद की महत्वपूर्ण योजनाओं में शामिल मार्कशीट के डिजिटलाइजेशन की व्यवस्था पर ग्रहण लगता दिख रहा है। इसके लिए लास्ट इयर से ही बोर्ड की तरफ से कवायद शुरू हो गई थी। समय सीमा का निर्धारण भी किया गया था, लेकिन अभी तक डिजिटलाइजेशन का वर्क खत्म नहीं हो सका है। डिजिटलाइजेशन का काम कब तक पूरा होगा? इसे लेकर अभी बोर्ड के अधिकारी भी स्पष्ट रूप से कुछ कहने को तैयार नहीं हैं। सन 2000 और उसके 10 साल पहले के सभी स्टूडेंट्स की मार्कशीट 26 जनवरी 2018 तक अपलोड करनी थी, लेकिन अभी तक ये काम पूरा नहीं हो सका है। बोर्ड के अधिकारियों की माने तो अभी तक सिर्फ 60 प्रतिशत तक काम ही पूरा हो सका है।

ऑन लाइन डुप्लीकेट अंकपत्र व प्रमाणपत्र देने के लिए उठाया कदम

यूपी बोर्ड की तरफ से 1975 तक के सभी स्टूडेंट्स के मार्कशीट को डिजिटलाइज करने की तैयारी थी। सूबे में सत्ता परिर्वतन के बाद इस काम को रफ्तार पकड़ाने के लिए आदेश हुआ था। इसके बाद बोर्ड की तरफ से टाइम लाइन निर्धारित की गई थी। इसमें डिजिटलाइजेशन का तीन वर्षो का 30 अक्टूबर 2017 तक और इसके बाद बीते 10 वर्षो का काम 26 जनवरी 2018 तथा वर्ष 1975 तक का काम 15 अगस्त 2018 तक पूरा करने का निर्देश दिया गया था। टाइम लाइन निर्धारित होने के बाद भी अभी तक आधा काम अधूरा है। बोर्ड के अधिकारियों की माने तो लेटलतीफी के पीछे सबसे बड़ा कारण बोर्ड परीक्षा और एनसीईआरटी पैटर्न को लेकर चल रहे काम थे।

डिजिटलाइजेशन का काम पूरा करने में कुछ कारणों से विलंब हुआ है। शीघ्र ही प्रक्रिया पूरी करके मार्कशीट को डिजिटलाइजेशन का काम पूरा हो जाएगा।

नीना श्रीवास्तव

सचिव, यूपी बोर्ड

Posted By: Inextlive