रांची : प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन टीएसपीसी के सुप्रीमो गोपाल सिंह भोक्ता उर्फ ब्रजेश गंझू सहित 12 उग्रवादियों के खिलाफ ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) ने प्राथमिकी दर्ज की है। यह प्राथमिकी हाई कोर्ट के आदेश पर चतरा के टंडवा थाने में 11 जनवरी 2016 को दर्ज कांड संख्या 02/16 के आधार पर की गई है।

मनी लाउंड्रिंग का मामला

सभी को मनी लॉंड्रिंग सहित अन्य धाराओं के तहत आरोपी बनाया गया है। ब्रजेश गंझू सिमरिया से भाजपा विधायक गणेश गंझू का भाई है। ऐसा पहली बार हुआ है जब केंद्रीय एजेंसी ईडी ने उग्रवादियों के खिलाफ कोई मामला दर्ज किया है। जानकार बताते हैं कि उग्रवादियों ने आपराधिक तरीके से करोड़ों रुपये उगाही कर विभिन्न क्षेत्रों में निवेश किए हैं। उगाही या लेवी का पैसा ही उग्रवादियों के आर्थिक स्रोत का सबसे बड़ा जरिया माना जाता है। प्रवर्तन निदेशालय ने आयकर और चतरा पुलिस से मामले में नामजद उग्रवादियों के संबंघ में दस्तावेजों की मांग की है।

जांच की हुई थी अनुशंसा

बता दें कि उग्रवादियों की संपत्ति की जांच के लिए 25 अगस्त 2015 को पुलिस मुख्यालय ने गृह सचिव को पत्र भेजकर टीएसपीसी के 10 उग्रवादियों की अवैध संपत्ति की जांच के लिए विशेष दल गठित करने की अनुशंसा की थी। 21 दिसंबर 2015 को तत्कालीन मुख्य सचिव राजीव गौबा ने भी जांच कराने का निर्देश गृह विभाग को दिया था। दोनों ही मामलों में कोई कार्रवाई सामने नहीं आई।

दो उग्रवादियों के यहां से मिले थे 1.49 करोड़ रुपये

चतरा जिले के टंडवा पुलिस की छापेमारी में टीएसपीसी के दो उग्रवादियों के यहां से 1.49 करोड़ रुपये से ज्यादा राशि बरामद की थी। बिनोद कुमार गंझू के बेड रूम से 91,75,890 रुपये और प्रदीप राम के बेडरूम से 57,57,710 रुपये मिले थे। इसके अलावा दोनों के यहां से दो मोबाइल, एक लोडेड माउजर और कट्टा बरामद किए गए थे।

Posted By: Inextlive