- आठ टॉपिक के अलावा पहली बार जेंडर सेंसेटाईजेशन को भी किया गया शामिल

- जुलाई-सितंबर संस्करण में किया गया शामिल

LUCKNOW: देश में महिलाओं के प्रति बढ़ रही हिंसा आज देश के सामने गम्भीर चुनौती बन गई है। देशभर में सामने आ रहे दुष्कर्म के मामले और छेड़छाड़ की घटनाओं को देखते हुए सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (सीबीएसई) ने महत्वपूर्ण कदम उठाया है। बोर्ड ने अपने द्वारा प्रकाशित किए जाने वाले त्रै-मासिक बुलेटिन सेनबोसेक सीईएनबीओएसईसी के माध्यम से छात्रों और लोगों में जागरूकता लाने का प्रयास करेगा। इसके लिए सीबीएसई बोर्ड की ओर से अपने जारी किए जाने वाले बुलेटिन में पहली बार जेंडर सेंसेटाईजेशन को शामिल किया है।

थीम होगा इंप्लीमेंटिंग इनोवेशन

सीबीएसई बोर्ड ने अपने त्रै-मासिक बुलेटिन सेनबोसेक के जुलाई-सितंबर संस्करण को इंप्लीमेंटिंग इनोवेशन नाम से प्रकाशित करने जा रहा है। इसके लिए बोर्ड ने अपने से सम्बद्ध सभी स्कूलों को सर्कुलर जारी कर ख्0 अक्टूबर तक इस अंक के लिए अपने ऑर्टिकल भेजने के लिए कहा है। सीबीएसई बोर्ड के एकेडमिक अनुसंधान व प्रशिक्षण निदेशक डॉ। साधना पारासर ने सभी स्कूलों को भेजे गए सर्कुलर में कहा कि बोर्ड ने पहली बार जेंडर सेंसेटाईजेशन के मुद्दे को अपने बुलेटिन में शामिल किया हैं। इस बार सभी स्कूलों को बाकी आठ टॉपिक के साथ इस टॉपिक पर भी अपने ऑर्टिकल भेजने होंगे। इस मुद्दे पर भी सभी प्रिंसिपल, टीचर और स्वास्थ्य संबंधी शिक्षण और जागरूकता के लिए कार्य कर रहे प्रशिक्षक ख्0 अक्टूबर तक अपने ऑर्टिकल सीईएनबीओएसईसी की मेल और उसकी एक प्रति सीबीएसई की शिक्षा अधिकारी पी। राजेश्वरी के नाम से बोर्ड के पते पर भेज सकते हैं।

नौ टॉपिक पर जारी होगा बुलेटिन

सीबीएसई बोर्ड अपने जुलाई-सितंबर संस्करण में इन नौ मुद्दों पर ऑर्टिकल प्रकाशित करेगा। यह ऑर्टिकल लिखने वालों के लिए सर्कुलर में बोर्ड की ओर से सभी निर्देश जारी किए गए हैं। बोर्ड की ओर से जारी किए गए निर्देश में कहा गया है कि सभी ऑर्टिकल जिम्मेदाराना हो, जानकारीपरक हो, जागरूक करने वाली हो, संदेश पूरी तरह पाठक तक पहुंचे, ऐसी कोशिश रहे और नए अकादमिक अनुसंधानों को लेकर राय भी शामिल करें। बोर्ड ने साफ तौर पर इस ऑर्टिकल में नेट के मैटेरियल को यूज करने से मना किया है।

इन विषयों पर भेजने हैं आलेख

- रीडर्स फोरम प्रशिक्षण कार्यक्रमों पर फीडबैक

- इवेंट्स अपडेट

- न्यूज स्कूल फॉर्म

- ईको क्लब ग्रीन पेज

- सहोदय गतिविधियां

- हेल्थ एंड वेलनेस क्लब, किशोर शिक्षा कार्यक्रम और जीवन शैली

- बेस्ट प्रैक्टिस

- जेंडर सेंसेटाईजेशन

Posted By: Inextlive