- पहले हुए विवाद को देखते हुए क्रिसमस की छुट्टी के दिन नहीं होंगे कार्यक्रम

LUCKNOW: यूनिवर्सिटी ग्रांट कमिशन (यूजीसी) ने देशभर के यूनिवर्सिटी से कहा है कि वे ख्भ् दिसंबर को सुशासन दिवस के तौर पर मनाएं। यूजीसी ने यूनिवर्सिटी को यह निर्देश ऐसे समय में दिया है जब ख्भ् दिसंबर को क्रिसमस के अवसर पर स्कूल कैम्पस में छात्रों की मौजूदगी वाले कार्यक्रमों के आयोजन पर विवाद हो चुका है। जिसके बाद अब यूजीजी की ओर से देश के सभी यूनिवर्सिटी को इस दिन को सुशासन दिवस के तौर पर मानने का ऑर्डर किया है।

क्रिसमस की छुट्टी का रखा है ध्यान

यूजीसी की ओर से देश के सभी यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर को भेजे गए लेटर में साफ किया है कि यूनिवर्सिटी और कॉलेजों में क्रिसमस के अवसर पर अवकाश की घोषणा से पहले डिबेट कॉम्पटीशन का आयोजित करा सकते है। यूजीसी के ऑर्डर में कहा गया है कि डिबेट कॉम्पटीशन इस तरह आयोजित की जाए जिससे क्रिसमस के अवकाश प्रभावित नहीं हों और इस बाबत सभी गतिविधियां यूनिवर्सिटी और कॉलेजों में क्रिसमस के अवसर पर अवकाश से पहले पूरी की जाए। हालांकि, इस लेटर में सुशासन दिवस मनाने के सिलसिले में सेमिनार आयोजित करने का जिक नहीं है।

पहले भी हुआ था खूब हंगामा

पिछले दिनों केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय उस वक्त विवादों से घिर गया था जब नवोदय विद्यालय समिति की ओर से जारी सकुर्लर में उसके सभी स्कूलों से क्रिसमस के दिन ख्भ् दिसंबर को सुशासन दिवस मनाने को कहा गया था। यह मामला प्रकाश में आने के बाद देश में जमकर हंगामा खड़ा हुआ था। जिसके बाद खुद एमएचआरडी मंत्रालय को इस बारे में अपना पक्ष प्रस्तुत करना पड़ा था।

लखनऊ यूनिवर्सिटी को भेजा गया लेटर

यूजीसी की ओर से ख्भ् दिसम्बर को देश में सुशासन दिवस के तौर पर मानने के लिए लेटर लखनऊ यूनिवर्सिटी को भेजा गया है। एलयू के कुलसचिव देवेंद्र कुमार पांडेय ने बताया कि लेटर यूजीसी की ओर से आज ही प्राप्त हुआ है, इस पर आगे क्या होगा इस बार अभी कोई निर्णय नहीं हुआ है।

Posted By: Inextlive