- इंग्लिश मीडियम स्कूल को अभी तक नहीं मिले टीचर्स

- अप्रैल में शुरू हुआ था परिषदीय स्कूलों में सेशन

फैक्ट फाइल

- 134 स्कूलों का इंग्लिश मीडियम में संचालन के लिए पहले चरण में हुआ था चयन

- 1800 टीचर्स ने इंग्लिश मीडियम में नियुक्ति के लिए किया था आवेदन

- 16 मई को आयोजित हुई थी लिखित परीक्षा

- 01 अप्रैल से नए सेशन का स्कूलों में हुआ था आगाज

- 06 मंथ के बाद भी नहीं शुरू हो सका स्कूलों का संचालन

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PRAYAGRAJ: प्रदेश की योगी सरकार परिषदीय स्कूलों की व्यवस्था एवं शिक्षा के लेवल को बढ़ाने के लिए लगातार कवायद कर रही है। पर अधिकारियों की लेटलतीफी से सरकार की मंशा पर पानी फिरता नजर आ रहा है। एक्चुअली प्रदेश सरकार की ओर से प्रत्येक डिस्ट्रिक में कुछ परिषदीय स्कूलों को इंग्लिश मीडियम में तब्दील किया गया। प्रयागराज में भी 134 स्कूल को इंग्लिश मीडियम में चयनित किया गया। इन स्कूलों में टीचर्स की भर्ती के लिए मई में प्रोसेस स्टार्ट हुआ, पर विभाग की लापरवाही से आधा सत्र बीत जाने के बाद भी इंग्लिश मीडियम स्कूलों में टीचर्स की नियुक्ति नहीं की जा सकी। अप्रैल में शुरू हुए सेशन के बाद विभाग की तरफ से दावा किया गया था कि किसी भी हालत में मई में इन नए चयनित इंग्लिश मीडियम स्कूलों में टीचर्स की तैनाती करके क्लासेस शुरू करा दी जाएगी।

मई में हुई थी लिखित परीक्षा

नए इंग्लिश मीडियम से संचालित होने के लिए डिस्ट्रिक्ट में कुल 134 स्कूलों को सेलेक्ट किया गया था। इन स्कूलों में टीचर्स के चयन के लिए मई की शुरुआत में ही आवेदन मांगे गए थे। इसके लिए मई में ही लिखित परीक्षा का आयोजन किया गया था। इंग्लिश मीडियम में लिखित परीक्षा में शामिल होने के लिए परिषदीय स्कूलों से कुल 1800 टीचर्स ने आवेदन किया था। लिखित परीक्षा के बाद लंबे समय बाद लिखित परीक्षा का रिजल्ट जारी किया गया। उसके बाद से शीघ्र नियुक्ति होने को लेकर संभावना जताई जा रही थी। लेकिन अभी तक नियुक्ति की प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी।

100 नए स्कूलों में नहीं शुरू हो सका प्रॉसेस

जिले में 134 स्कूलों में नियुक्ति प्रक्रिया पूरी करने की घोषणा के बाद 100 नए स्कूलों का चयन किया गया। इसके लिए निर्देश भी जारी हुए। इसके स्कूलों का चयन करने के लिए सभी ब्लाक से संभावित स्कूलों की सूची मांगी गई थी। उसके बाद से इस चयन प्रक्रिया पर भी बे्रक लग गया है। ऐसे में इंग्लिश मीडियम स्कूलों के संचालन को लेकर अधिकारियों की गंभीरता का अंदाजा लगाया जा सकता है।

Posted By: Inextlive