सीबीएसई ने आईआईएम अहमदाबाद के साथ मिलकर प्रिंसिपल के लिए स्ट्रैटजिक लीडरशिप प्रोग्राम तैयार किया है। टफ टाइम में राइट डिसीजन लेने के काबिल बनाने के लिए ऐसा किया जा रहा है।


प्रयागराज (ब्यूरो)। स्कूलों में कई बार ऐसी सिचुएशन आती हैं, जब डिसीजन निकालना प्रिंसिपल्स के लिए टफ होता है। ऐसे में सही सॉल्यूशन नहीं मिल पाता है। अब सीबीएसई ने इस दिशा में एक अहम कदम उठाया है। इसके तहत सीबीएसई स्कूलों के प्रिंसिपल्स को स्ट्रेटजिक मैनेजमेंट में ट्रेंड करने के लिए इनीशिएटिव लिया गया है। सीबीएसई आईआईएम के साथ मिलकर स्ट्रैटेजिक लीडरशिप फॉर स्कूल्स इन चेजिंग एनवायरमेंट प्रोग्राम लेकर आया है। इसमें प्रिंसिपल को आईआईएम अहमदाबाद के एक्सपट्र्स बेहतर टीचिंग के साथ ही स्कूल मैनेजमेंट के गुर भी सिखाएंगे। प्रोग्राम में देशभर के सीबीएसई स्कूलों से उनके प्रिंसिपल द्वारा आवेदन मांगे गए हैं। सीबीएसई के डायरेक्टर ट्रेनिंग और एसई की तरफ से निर्देश जारी किए गए हैं।14 अक्टूबर से चलेगी क्लास
सीबीएसई की ओर से आईआईएम अहमदाबाद के सहयोग से आयोजित हो रही वर्कशॉप की क्लासेस 14 अक्टूबर से 18 अक्टूबर तक चलेंगी। इस दौरान स्कूल प्रिंसिपल्स को डिफरेंट ट्रेनिंग दी जाएगी। क्लास के दौरान प्रिंसिपल्स को मल्टीपल रोल्स और रिस्पांसिबिलिटी को मैनेज करने की ट्रेनिंग दी जाएगी। इससे प्रिंसिपल्स सभी प्रकार की जिम्मेदारियों को उठाते हुए स्कूल में बेहतर शैक्षणिक माहौल बनाने में सफल हों सकेंगे। सिर्फ इतना ही नहीं, इस ट्रेनिंग के बाद प्रिंसिपल्स स्कूल मैनेज करने में आने वाली सभी जिम्मेदारियां उठा सकेंगे।


ले रहे तगड़ी फीसहालांकि वर्कशॉप में शामिल होने के लिए जो फीस तय की गई है, वह काफी ज्यादा है। 14 से 18 अक्टूबर तक चलने वाली इस वर्कशॉप में शामिल होने के लिए पर कैंडिडेट 80 हजार रुपये की फीस डिसाइड की गई है। सिर्फ इतना ही नहीं, इस फीस पर 18 फीसदी जीएसटी भी लगाई जाएगी। जीएसटी कैलकुलेट करने के बाद यह अमाउंट और बढ़ जाएगी।इन एरियाज पर रहेगा फोकस- स्ट्रैटेजिक मैनेजमेंट- डिसीजन मेकिंग- एलीमेंट ऑफ विजनरी लीडरशिप- इंट्रोड्यूसिंग एंड मैनेजिंग चेंज एट इंस्टीट्यूशन लेवल- काउंसिलिंग फॉर एकेडमिक एक्सीलेंस एंड हैप्पीनेस- इश्यू इन टीचर्स डेवलेपमेंट- मैनेजिंग इनोवेशन इन स्कूल- राइट टू एजूकेशन एंड इट्स इम्लीमेंट'सीबीएसई की ओर से यह काफी अच्छा इनीशिएटिव लिया गया है। लेकिन इसकी फीस काफी अधिक है। किसी भी प्रिंसिपल के लिए इसे अफोर्ड कर पाना इतना आसान नहीं होने वाला है।'-सुष्मिता कानूनगो, प्रिंसिपल, एमपीवीएम'कई बार हालात बहुत मुश्किल हो जात हैं। इस तरह के लर्निंग प्रोग्राम से निश्चित तौर पर काफी फायदा मिलेगा। हालांकि इसमें शामिल होने के लिए पहले से काफी ज्यादा प्लानिंग करनी होगी।'-जया सिंह, प्रिंसिपल, डीपी पब्लिक स्कूलprayagraj@inext.co.in

Posted By: Inextlive