जेईई एडवांस के हाई स्टैडर्ड पेपर ने अभ्यर्थियों की परेशानी बढ़ाई। मै‌र्थ्स के लेंदी पेपर को सॉल्व करने में छात्रों के छूटे पसीने...

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PRAYAGRAJ: आईआईटी में दाखिले के लिए जेईई एडवांस का आयोजन सिटी के विभिन्न सेंटर्स पर सोमवार को हुआ. जेईई एडवांस में इस बार का पेपर हाई स्टैडर्ड का रहा. इससे स्टूडेंट्स को पेपर को सॉल्व करने के लिए अधिक मेहनत करनी पड़ी. परीक्षा देकर बाहर निकले स्टूडेंटस ने बातचीत में बताया कि इस बार जेईई एडवांस के पेपर के क्वैश्चन लास्ट इयर के मुकाबले काफी टफ रहे. खासतौर पर फिजिक्स के प्रश्नों से हर कदम पर उलझाए रखा. मैथ्स के प्रश्नों अधिक लेंदी होने के कारण उनको सॉल्व करने में स्टूडेंट्स का काफी समय लगा. स्टूडेंट्स को कहना था कि इस बार के क्वैश्न पिछले कई सालों के मुकाबले अधिक कठिन रहे.

दो पालियों में हुई परीक्षा
जेईई एडवांस की परीक्षा लास्ट इयर से सिर्फ ऑनलाइन होने लगी है. यही कारण रहा कि जेईई एडवास के लिए आवेदन करने वाले स्टूडेंट्स की संख्या में काफी कमी आयी. इस बार भी जेईई एडवास की परीक्षा दो पालियों में आयोजित हुई. पहली पाली की परीक्षा सुबह 9 से 12 और दूसरी पाली 2 से पांच बजे आयोजित हुई. दोनों ही पालियों में स्टूडेंट्स 54-54 प्रश्न सॉल्व करने थे. मैथ्स, फिजिक्स और कमेस्ट्री से जुड़े क्वैश्चन दोनों ही पालियों में पूछे गए थे. जेईई मेन में शानदार रैंक हासिल करने वाले छात्र सूफियान ने बताया कि इस बार के पेपर में लास्ट इयर के मुकाबले फिजिक्स का पोरसन काफी टफ रहा. मैथ्स की बात करें तो जितना समय क्वैश्चन के लिए निर्धारित किया गया था, उसके हिसाब से क्वैश्चन काफी लेंदी रहा. सूफियान की तरह ही शिखर श्रीवास्तव की राय भी क्वैश्चन को लेकर ऐसी ही रही.

लास्ट इयर के मुकाबले फिजिक्स का पोरसन काफी टफ रहा. कमेस्ट्री काफी इजी रही. मैथ्स का पेपर स्टडर्ड रहा, लेकिन क्वैश्चन काफी लंबे रहे.

शिखर श्रीवास्तव
सेकेंड पेपर काफी अधिक टफ था. फिजिक्स, कमेस्ट्री और मैथ्स में 18-18 क्वैश्चन सॉल्व करने थे. माइनस मार्किंग होने के कारण बहुत ही सम्भल कर प्रश्न सॉल्व करने पड़े. ओवर आल बात करें तो कमेस्ट्री को छोड़ कर पेपर के दौरान काफी फाइट करनी पड़ी.

सूफियान

Posted By: Vijay Pandey