एक सर्वेक्षण में सामने आया है कि फेसबुक और दोस्तों से रिश्ता इंसान की सेहत पर असर डाल सकता है और उसका व्यक्तित्व भी बदल सकता है.


सार्वजनिक स्वास्थ्य पर युनिवर्सिटी ऑफ सदर्न कैलिफॉर्निया द्वारा किए गए एक सर्वेक्षण में सामने आया है कि लोगो के बीच आमने-सामने व ऑनलाइन बातचीत से बीमारियां दूर होती है और सेहत भी ठीक रहती है.युनिवर्सिटी के प्रोफेसर डॉक्टर वेलेंट का कहना है कि चाहे किसी स्कूल में धूम्रपान रोकने की बात हो या किसी समुदाय में यौन बीमारियों के बारे में प्रचार की बात हो, ये समझना ज़रूरी है कि समाज में किस तरह की बातचीत का कैसा असर होता है.उन्होंने कहा, “अगर मैं हाई स्कूल में जाना चाहूं और बच्चों की क्रीड़ा गतिविधियां और मोटापे से जुड़ी आदतों को बदलना चाहूं, तो उससे पहले मुझे ये समझना ज़रूरी होगा कि कई विद्यार्थी ऐसे भी होंगें जो अलग तरीके का व्यवहार रखेंगें.”प्रोफेसर वेलेंट का ये भी कहना है कि वे अलग-अलग समूहों के लिए अलग तरह का प्रयोग इस्तेमाल करेंगें.
उनका कहना है, “कभी कभी हमें इस बात की चिंता होती है कि हमारे प्रयोग काम क्यों नहीं कर रहे हैं. स्वास्थ्य और सेहत से जुड़ी अच्छी आदतों का प्रचार तभी हो सकता है जब हम ये समझें कि समाज में सोशल नेटवर्क किस तरह से इन चर्चाओं पर असर डालता है.”प्रोफेसर वेलेंट का सर्वेक्षण सोशल नेटवर्क और उसके असर पर आधारित है.


उन्होंने अपने शोध में उन प्रयोगों का उल्लेख किया है जिससे कि सामाजिक स्तर पर होने वाली बातचीत का स्वास्थय पर होने वाले असर का पता लगाया जा सके.ये सर्वेक्षण विश्व की चर्चित विज्ञान पत्रिका ‘साइंस’ के इस अंक में प्रकाशित होगा.

Posted By: Surabhi Yadav