- 9405 करोड़ सॉफ्ट लोन जुटाने की कोशिश में जुटे हैं अफसर

-जाइका के बाद कानपुर मेट्रो को लेकर ईआईबी के आने से अफसर उत्साहित

KANPUR@Inext.co.in

KANPUR:

लखनऊ की तर्ज पर कानपुर में मेट्रो दौड़ाने के लिए यूरोपियन इंवेस्टमेंट बैंक (ईआईबी) से लोन मिल सकता है। यह धनराशि डीपीआर में प्रपोज्ड टोटल सॉफ्टलोन का 50 परसेंट यानि कि लगभग 4700 करोड़ हो सकती है। जाइका की तरह मेट्रो के लिए 30 परसेंट धनराशि का सामान खरीदने जैसी ईआईबी की कोई शर्त भी नहीं होगी। हालांकि मेट्रो के लिए किस कम्पनी से लोन लिया जाएगा, इस पर अंतिम फैसला केन्द्र सरकार करेगी। कानपुर मेट्रो को लेकर 2 मई को दिल्ली में अरबन डेवलपमेंट मिनिस्ट्री संग एलएमआरसी, राइट्स अफसरों की मीटिंग अहम मानी जा रही है।

लखनऊ मेट्रो को 3502 करोड़

यूरोपियन इंवेस्टमेंट बैंक ने लखनऊ मेट्रो के लिए टोटल सॉफ्ट लोन का 50 परसेंट 3502 करोड़ (450 मिलियन यूरो) का लोन दिया है। ट्यूजडे को ईआईबी की टीम ने लखनऊ मेट्रो की प्रोग्रेस देखी। अफसरों के मुताबिक लखनऊ मेट्रो की प्रोग्रेस से टीम खुश है। लखनऊ के साथ कानपुर में मेट्रो दौड़ाने की जिम्मेदारी भी एलएमआरसी संभाल रही है। इसी वजह से कानपुर मेट्रो को ईआईबी से लोन मिलने के दावे अफसर दबी जुबान में कर रहे हैं। शायद यही वजह है कि वेडनेसडे को यूरोपियन इंवेस्टमेंट बैंक की टीम ने एलएमआरसी के अलावा राइट्स व केडीए अफसरों के साथ मीटिंग की और प्रजेंटेशन देखा। अगले ही दिन यानि थर्सडे को मेट्रो प्रोजेक्ट का केडीए अफसरों ने प्रजेंटेशन भी किया गया। इस दौरान ईआईबी के कन्ट्री मैनेजर ऑफ साउथ एरिया सुनीता लख्खू, डिप्टी इकोनॉमिक एडवाइजर पीटर वाइकर्स और सोशल इम्पैक्ट एक्सपर्ट वेंकट राव शामिल हुए।

17092 करोड़ खर्च होंगे

सेंट्रल गवर्नमेंट की कम्पनी राइट्स लिमिटेड ने कानपुर मेट्रो की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार की है। डीपीआर के मुताबिक आईआईटी से नौबस्ता और सीएसए यूनिवर्सिटी से बर्रा-8 तक के दोनों फेज फाइनेंशियल ईयर 2021-22 तक कम्प्लीट होंगे। 2015 में इस प्रोजेक्ट की कास्ट 13721 करोड़ बताई है। डीपीआर में 2015 से 2022 तक के प्राइज लेवल, इंट्रेस्ट, इनफ्लेशन, कंस्ट्रक्शन रेट आदि को शामिल किया गया है। इसी बेस पर 2021-22 में प्रोजेक्ट कास्ट बढ़कर 17092 करोड़ हो जाने का अनुमान लगाया गया है। इसमें 9405 करोड़ रुपए सॉफ्ट लोन जाइका, ईआईबी, व‌र्ल्ड बैंक आदि के जरिए जुटाने की अफसरों ने प्लानिंग की है। इसी कड़ी में मार्च में जापानी कम्पनी जाइका की 9 सदस्यीय टीम भी कानपुर आ चुकी है। केडीए अफसर आशीष शिवपुरी ने कहा कि लोन पर अभी कोई फैसला नहीं हुआ है। बैंक 50 परसेंट तक ही लोन देती है।

रुट- आईआईटी से नौबस्ता और सीएसए यूनिवर्सिटी से बर्रा-8

टोटल लंबाई- लगभग 33 किलोमीटर

टोटल स्टेशन - 31 स्टेशन

एलीवेटेड- 19

अंडरग्राउंड- 12

फाइनेंसिंग ऑफ मेट्रो प्रोजेक्ट

पार्टिकुलर्स- अमाउंट

सेंट्रल गवर्नमेंट- 2322 करोड़

यूपी गवर्नमेंट- 2322 करोड़

सेंट्रल टैक्स (सेंट्रल गवर्नमेंट)-929 करोड़

सेंट्रल टैक्स (स्टेट गवर्नमेंट )-929 करोड़

लैंड(स्टेट गवर्नमेंट)- 834 करोड़

लोकल बॉडीज- 350 करोड़

सॉफ्ट लोन - 9405 करोड़

टोटल कास्ट- 17092 करोड़

लखनऊ मेट्रो

कॉरीडोर-1 - 6880 करोड़

सॉफ्ट लोन- 3502 करोड़

कॉरीडोर-2- -5494 करोड़

सॉफ्ट लोन- 3027 करोड़

टोटल कम्प्लीशन कास्ट-12374 करोड़

टोटल सॉफ्ट लोन- 6529 करोड़

(कम्प्लीशन कास्ट 2020-21 तक की है, कॉरीडोर-2 कैबिनेट से अप्रूव्ड नहीं

Posted By: Inextlive