महान जर्मन वैज्ञानिक अल्बर्ट आइंस्टीन का नाम भला कौन नहीं जानता। अब बात अगर इनसे जुड़ी चीजों की हो तो हर किसी में उसे देखने और पाने को लेकर उत्‍सुकता होगी। वहीं अगर बात आ जाए इनके द्वारा की गई खोजों के प्रत्‍यक्ष प्रमाण की तो उसकी कीमत की ऊंचाई का अंदाजा तो आप लगा ही सकते हैं। कुछ इसी क्रम में खबर है कि 1945 में लिखे गए इनके खत की आज निलामी की जा रही है। निलामी के दौरान इस खत की कीमत 62000 डॉलर यानी 40 लाख रुपये बताई गई है।


ये पत्र लिखा था अपने बेटे को बताया जा रहा है कि अल्बर्ट आइंस्टीन ने 1945 में ये खत अपने बेटे को लिखा था। इसमें उन्होंने सापेक्षता के सिद्धांत और अणु बमों के बीच संबंध के बारे में विस्तार से अपने बेटे को जानकारी दी थी। इस खत के निलामी की घोषणा होते ही लोगों में इसे पाने की होड़ सी मच गई, लेकिन इसकी कीमत का खुलासा होते ही कुछ लोगों ने पीछे हटना ही बेहतर समझा। 27 पत्र हो चुके हैं नीलाम


बताया जा रहा है कि जिस समय आइंस्टीन ने यह पत्र लिखा था, उन दिनों जापान के हिरोशिमा व नागासाकी में अणु बम का हमला किया गया था। इस वैज्ञानिक के पत्र की नीलामी के क्रम में गुरुवार को 'प्रोफाइल्स इन हिस्ट्री' में आइंस्टीन के कुल 27 पत्र नीलाम किए गए। बताया जा रहा है कि इन पत्रों की नीलामी में कुल 4,20,000 डॉलर की राशि इकट्ठा की गई है। 'प्रोफाइल्स इन हिस्ट्री' के संस्थापक जोसेफ मैडालेना ने इस निलामी के दौरान बताया कि नीलाम करने वाले शख्स ने कई सालों में इन पत्रों का संकलन किया था। अब वह अपनी पहचान नहीं खोलना चाहता। ये खास है इन पत्रों में

पूरी जानकारी के अनुसार नीलाम किए गए इनके पत्रों में दो पत्र वह भी थे जो इन्होंने 1940 के दशक में लिखे थे। अपने इन पत्रों में आइंस्टीन ने ईश्वर के बारे में अपने विचारों को खोला था। इन पत्रों को क्रमश: 28,125 डॉलर और 34,375 डॉलर में नीलाम किया गया है। इसके अलावा इनके ओर से लिखे गए अन्य पत्रों में इस प्रख्यात वैज्ञानिक ने मैक्कार्थीवाद, नात्सीवाद और निजी मामलों पर अपनी राय उजागर की है। पत्रों की ऊंची कीमतें होने के बावजूद नीलामी के दौरान लोगों की उत्सुक्ता देखने काबिल थी।Hindi News from Business News Desk

Posted By: Ruchi D Sharma