RANCHI : चुनाव को लेकर हलचलें तेज हो गई हैं। सिटी के चौक-चौराहे और गली-मुहल्लों में चुनाव और उससे जुड़े मुद्दे पर चर्चा हो रही है। इस चर्चा में हर तबके के लोग शामिल हैं। खास बात है कि पहली बार जो मतदान करेंगे, वे भी सियासी हलचलों पर बेबाक राय रख रहे हैं। इतना ही नहीं मत देने को लेकर उनका एक्साइमेंट भी देखते ही बन रहा है। आखिर वे कैसी सरकार चाहते हैं ? कैंडिडेट्स की क्या क्वालिटी होनी चाहिए? किन मुद्दों पर वे वोट करेंगे ? आई नेक्स्ट की ओर से थड़पखना स्थित एक्सपप्लोरा स्कूल ऑफ डिजाइन में आयोजित चुनावी चौपाल में नए वोटर्स ने खुलकर रखी अपनी बात।

देश को चाहिए मजबूत पीएम

पहली बार वोट डालूंगी। इसे लेकर जितना एक्साइटमेंट है उतना ही जिमेवारी का भी अहसास हो रहा है। यह न सिर्फ हमारे बल्कि देश के हित का भी सवाल है। आज देश को स्ट्रांग प्राइम मिनिस्टर की जरूरत है। पीएम वैसा हो जो अपने विजन और डिसीजन से देश की बुनियाद मजबूत करने की क्षमता रखता हो। इतना ही नहीं, केंद्र में बननेवाली नई सरकार ऐसी हो, जो करप्शन ,अनइंप्लाइमेंट और महंगाई जैसे बर्निग इश्यूज को कंट्रोल कर सके।

-सुष्मिता सिंह

अमीरी-गरीबी की खाई कम हो

देश में अमीरी-गरीबी की खाई बढ़ती ही जा रही है। जो अमीर हैं वे और धनवान और जो गरीब है उनका इकोनॉमिक स्टेटस और नीचा हो रहा है। यह गवर्नमेंट के गलत इकोनॉमिक पॉलिसी का नतीजा है। गरीबी की वजह से बच्चों को बेहतर एजूकेशन नहीं मिलता है। एजूकेशन में अगर गड़बड़ी हो तो न सिर्फ बच्चे का करियर बल्कि देश का यूचर भी दांव पर लग जाता है। ऐसे में मैं वैसे कैंडिडेट को वोट दूंगी जो पढ़ा-लिखा और ईमानदार हो।

-रजिया ातून

बच्चों को मिले बेहतर एजूकेशन

यहां एजूकेशन का कॉमर्शियलाइजेशन हो चुका है। प्राइवेट स्कूल्स, कॉलेजेज और इंस्टीट्यूट्ट की पढ़ाई काफी महंगी है। दूसरी ओर गवर्नमेंट स्कूल्स और कॉलेजेज में एजूकेशन की क्वालिटी लगातार गिर रही है। इसबार वैसे पॉलिटिकल पार्टी को वोट देना चाहूंगी जो हर तबके के लिए बेहतर एजूकेशन की व्यवस्था कर सके।

-नौशीन परवीन

बहकावे, लालच में न दें वोट

डेमोक्रेसी में जनता की सबसे बड़ी ताकत वोट होती है। ऐसे में मैं खुद भी वोट करूंगा और दूसरों को भी वोटिंग के लिए अवेयर करूंगा। वोटर्स से मेरी अपील है कि वे बिना किसी बहकावे व लालच में आकर ऐसे कैंडिडेट को वोट करें, जो अपने विजन और वर्क से देश को आगे ले जा सकते हैं।

-साहिल प्रजाप्रति

देश को चाहिए बदलाव

आज देश बदलाव चाह रहा है। बदलाव खुशियाली और डेवलपमेंट के लिए होना चाहिए। पिछले कुछ सालों में सरकार हर मोर्चे पर विफल साबित हुई। महंगाई से हर तबका परेशान है तो करप्शन दीमक की तरह देश को चाट रहा है। रोजगार नहीं मिलने से यूथ निराश हैं तो टेररिस्ट्स और नक्सलाइट्स देश की सिक्योरिटी में सेंध लगा रहे हैं। इनसब की वजह सरकार का कमजोर होना है। ऐसे में इसबार मजबूत सरकार के लिए हम वोट करेंगे।

-पल्लवी

Posted By: Inextlive