- बीजेपी को सिटी मजिस्ट्रेट ने प्रदान की मैन्युअली अनुमति, आयोग की मंशा फेल

- ई-सुविधा एप में एरर को बताई वजह, आयोग को एनआईसी ने दी है जानकारी

>BAREILLY: चुनाव आयोग की तरफ से चुनावी जनसभा के मैदान व अन्य पर निगरानी के लिए तैयार किया गया क्लाउड एप पहली ही बुकिंग नहीं कर सका। ई-सुविधा ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन में एरर होने से निर्वाचन अधिकारी राजनीतिक रैलियों और जनसभाओं की मैन्युअली बुकिंग करने लगे हैं। फिलहाल अधिकारियों ने इसकी जानकारी चुनाव आयोग दे दी है, लेकिन अभी तक एप्लीकेशन में कोई सुधार नहीं हो सका है।

ऑनलाइन एरर, मैन्युअली पास

9 जनवरी को बीजेपी की क्षेत्रीय बैठक अशर्फी बैंक्वेट हाल में होनी थी। भाजपाइयों ने अनुमति के लिए 7 जनवरी को ऑनलाइन आवेदन किया पर स्क्रीन पर एरर दिखने लगा। 8 जनवरी को भी प्रयास किया लेकिन आवेदन नहीं हो सका। आखिर में पदाधिकारियों ने सिटी मजिस्ट्रेट से मिलकर समस्या बताई। जिस पर सिटी मजिस्ट्रेट ने एनआईसी से जानकारी ली। हालांकि, एनआईसी इसमें कोई फेरबदल नहीं कर सकती तो मामला आयोग को बता दिया। पार्टी पदाधिकारियों से मैनुअली फॉर्म भरवाकर पुलिस जांच हुई और अनुमति दे दी गई थी।

आयोग की मंशा पर 'ग्रहण'

आयोग ने राजनीतिक प्रत्याशियों व पार्टियों की होने वाले मीटिंग पर निगरानी के लिए ई-सुविधा क्लाउड एप लांच किया था। जिस पर बगैर एंट्री के मैदान अथवा कोई साइट पर मीटिंग, जनसभा के लिए परमिशन नहीं मिल सकती थी। साथ ही, आयोग भी हर गतिविधि से अपडेट हो सके। इसके लिए बड़े स्तर पर प्रशिक्षण कार्यक्रम भी हुए। आयोग की मंशा थी कि अधिकारी और पार्टी इसमें खेल न कर सकें। पर अब जब यह एप एरर दिखा रहा है। वहीं, अधिकारी भी पार्टी पदाधिकारियों के कहने भर से मैन्युअली अनुमति प्रदान करने लगे हैं। तो ऐसे में आयोग की मंशा फ्लॉप होने के कगार पर है।

दो दिन तक अनुमति के लिए ऑनलाइन आवेदन का प्रयास किया पर सफलता नहीं मिली। सिटी मजिस्ट्रेट से मिलकर मैनुअली परमिशन ली तब बैठक हुई।

रविंद्र सिंह राठौर, जिलाध्यक्ष, बीजेपी

भाजपाइयों ने बताया कि ऑनलाइन आवेदन में एरर आ रहा है। आवेदन स्वीकार नहीं हो रहा है। जिसकी वजह से उन्हें मैनुअल अनुमति दी गई थी।

मनोज, सिटी मजिस्ट्रेट

Posted By: Inextlive