- असंतोष कम करने के लिए न्यूट्रल रहने की बन सकती है रणनीति

- जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव में पार्टी को सहना पड़ा था नुकसान

- ब्लॉक प्रमुख चुनाव में पार्टी में फिर सामने आ सकती है भितरघात

LUCKNOW: जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव में बागियों की वजह से खासा नुकसान उठा चुकी समाजवादी पार्टी जल्द होने वाले ब्लॉक प्रमुख चुनाव के लिए खास रणनीति बनाने में जुटी है। अगले हफ्ते होने वाली पार्टी की संसदीय बोर्ड की बैठक में रणनीति का खुलासा होगा। माना जा रहा है कि जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव की तरह इस बार भी पार्टी न्यूट्रल रहने की रणनीति अपनायेगी ताकि बाद में किसी तरह का विवाद होने पर उससे निपटा जा सके।

कई मंत्रियों, विधायकों की साख दांव पर

जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव की तरह ब्लॉक प्रमुख चुनाव में भी पार्टी के कई मंत्रियों और विधायकों की साख दांव पर लगी है। दरअसल बेहद जमीनी स्तर पर होने वाला यह चुनाव जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव से खासा प्रभावित रहेगा। पिछले चुनाव में पार्टी ने कई मंत्रियों और विधायकों की राय को भी दरकिनार करके ऐसे प्रत्याशियों को मैदान में उतार दिया था जिन्हें पार्टी के भीतर ही विरोध का सामना करना पड़ गया। वहीं मंत्रियों और विधायकों की भी स्थानीय स्तर पर खासी फजीहत हुई थी। इन हालात में मंत्रियों और विधायकों को अपने उम्मीदवारों को जिताने में खासी मशक्तत करनी पड़ेगी।

टिकट नहीं फिर भी चल रहा मंथन

ब्लॉक प्रमुख चुनाव में पार्टी टिकट नहीं देगी, इसके बावजूद इसे गंभीरता से लेते हुए गहन मंथन शुरू हो चुका है। दरअसल साल भर बाद होने वाले विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए पार्टी कोई बड़ा खतरा मोल लेने को तैयार नहीं है। पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने बताया कि संसदीय बोर्ड की बैठक में रणनीति का खुलासा होगा। पार्टी में बढ़ते असंतोष पर उन्होंने कहा कि ज्यादातर बागियों को पार्टी से बाहर किया जा चुका है। आने वाले दिनों असंतोष पैदा होने की कोई संभावना नहीं दिख रही है।

Posted By: Inextlive