इलेक्ट्रॉनिक तीर से जलेगा राम
10 से 20 हजार में तैयार है रावणयूं तो रावण को हर साल जलाया जाता है, लेकिन इसके जलते देखने वालों की कमी कभी नहींहोती है. रावण के आकार पर सभी की नजर होती है. सिटी में लोग इसकी भी चर्चा करते हैं कि किस जगह का राïवण सबसे विशाल है. राïवण के जलने के बाद जो पटाखे की आवाज होती है उसे भी लोग सुनना चाहते हैं. बताते चलें कि सिटी में जलने वाले रावण की लागत 10 से 20 हजार रुपए तक है.35 फीट का होगा सिटी का सबसे बड़ा रावण
सिटी में तीन प्लेसेस पर रावण दहन किया जाता है. इनमें श्रीश्री रामलीला कमेटी बर्डघाट का रावण सबसे उंचा और महंगा है. इसे बनाने में 15 हजार रुपए की सामग्री तथा 7 हजार रुपए के पटाखे का यूज किया गया है. यह कमेटी पूर्र्वांचल की सबसे पुरानी कमेटी है. यह पिछले 151 सालों से रावण का दहन कर रही है.तीन दिन होगा पुतला दहन
सिटी में तीन दिन पुतला दहन किया जाएगा. बर्डघाट का रावण 14 अक्टूबर को शाम 7.30 बजे तो श्री श्री रामलीला समिति आर्यनगर का रावण 15 अक्टूबर को रात 9 बजे जलेगा और हिंदू धर्म कल्याण समिति रामलीला कमेटी धर्मशाला बाजार का रावण 18 अक्टूबर को नाइट 11.30 बजे जलाया जाएगा.60-70 हजार लोग देखते हैं रावण वधहीरक (150 साल) जयंती मना रहा श्री श्री रामलीला कमेटी बर्डघाट इस बार अपने दर्शकों को आकर्षित करने के लिए इलेक्ट्रॉनिक तीर से रावण को मारेगा. मंच से राम अपने धनुष से इलेक्ट्रानिक तीर छोड़ेंगे, जो रावण को जलाकर राख कर देगा. रामलीला कमेटी के महामंत्री पुरूषोत्तम दास का कहना है कि 60 से 70 हजार के लगभग दर्शक रावण वध देखने आते हैं.सिटी के रावण की खासियतकमेटी-श्री श्री रामलीला कमेटी बर्डघाटऊंचाई- 35 फीटचौड़ाई- 10 फीटलागत- 18 हजार रुपएपटाखा- 7 हजार रुपएकमेटी-श्री श्री रामलीला समिति, आर्यनगरऊंचाई- 30 फीटचौड़ाई- 8 फीटलागत- 15 हजार रुपएपटाखा- 5 हजार रुपएतैयार करने में समय- 1 माहतैयार करने में लगे कारीगर- 3कमेटी- हिन्दू धर्म कल्याण रामलीला कमेटी धर्मशाला बाजारऊंचाई- 22 फीटचौड़ाई- 6 फीटलागत- 10 हजार रुपएपटाखा- 5 हजार रुपएतैयार करने में समय- 20 दिनतैयार करने में लगे कारीगर- 5