- पहले सिर्फ 80 किमी। तक चलती थीं इलेक्ट्रिक बसें

- अब 120 किमी। तक का सफर कर रही हैं बसें

- फुल चार्ज होने पर क्षमता 200 किमी। करने की कोशिश

40 इलेक्ट्रिक बसों का हो रहा संचालन

15 हजार पैसेंजर्स डेली करते हैं इनमें सफर

- विराजखंड में बनेगा इलेक्ट्रिक बसों के लिए चार्जिग प्वाइंट

- फ्रीक्वेंसी बढ़ने से यात्रियों को होगा फायदा, ज्यादा चक्कर लगाएंगी बसें

LUCKNOW: शहर की लाइफ लाइन माने जाने वाली सिटी बस बेड़े में शामिल इलेक्ट्रानिक बसें यात्रियों के बीच आकर्षण का केंद्र हैं और सीएनजी बसों की तुलना में इनमें पैसेंजर्स की संख्या भी बढ़ रही है। हालांकि जल्द बैट्री खत्म होने से इनकी फ्रीक्वेंसी रोड पर बहुत कम हो जाती है। खासकर सुबह और शाम जब रोड पर भीड़ बढ़ती है और जाम लगता तब इन बसों का चलना दुश्वार हो जाता है। अब सिटी बस प्रबंधन ने इसका तोड़ निकाल लिया है। राजधानी की सड़कों पर इलेक्ट्रिक बसों की फ्रीक्वेंसी बढ़ाने की तैयारी कर ली गई है। इसके लिए शहर में एक अतिरिक्त चार्जिग सेंटर बनाया जाएगा।

नहीं लौटना होगा दुबग्गा डिपो

सिटी बस प्रबंधन के अधिकारियों के अनुसार विराजखंड में एक चार्जिग स्टेशन बनाया जाना है। इसके बनने से इलेक्ट्रिक सिटी बसों को बैट्री चार्ज कराने के लिए दुबग्गा डिपो लौटने की जरूरत नहीं होगी। गोमतीनगर क्षेत्र में मौजूद बसें वहीं से चार्ज होकर रोड पर पहुंच जाएंगी। वहीं आलमबाग में मौजूद दो चार्जिग प्वाइंट की क्षमता बढ़ाई जाएगी जिससे वहां भी बसों की चार्जिग जल्द हो सके। इसके अलावा दुबग्गा में चार्जिग स्टेशन है। विराजखंड के अलावा अन्य जगहों पर चार्जिग स्टेशन बनाने के विकल्प तलाशे जा रहे हैं।

लंबा सफर कर रही इलेक्ट्रिक बसें

यही नहीं इलेक्ट्रिक बसों की क्षमता को बढ़ाने के लिए इन बसों की आपूर्ति करने वाली कंपनी के प्रतिनिधियों से बात की जा रही है। इन बसों के एक बार चार्ज होने पर 200 किमी चलने की बात कही जा रही थी लेकिन ये बसें 80 किमी तक ही चल पा रही थीं, हालांकि अब ये बसें 120 किमी तक का सफर करने लगी हैं। जब इन बसों की क्षमता बढ़ेगी तो यात्रियों को ही इसका फायदा मिलेगा।

कोट

नया चार्जिग स्टेशन तैयार होते ही रोड पर फ्रीक्वेंसी बढ़ जाएगी। इसके अलावा बसों की दूरी कवर करने की क्षमता बढ़ने से भी रोड पर इनका संचालन अधिक होगा। कई रूट पर इलेक्ट्रिक बसों में सफर को प्राथमिकता मिल रही है।

मनोज शर्मा, एआरएम, दुबग्गा डिपो

सिटी बस प्रबंधन

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बढ़ रही इलेक्ट्रिक बसों की डिमांड

सीएनजी बसों के कबाड़ में तब्दील होने से लोग इलेक्ट्रिक सिटी बसों में बैठना पसंद करते हैं। अब जिन इलाकों में सीएनजी बसें चल रही हैं, वहां इलेक्ट्रिक बसों के संचालन की डिमांड हो रही है। गोमतीनगर, इंदिरानगर, चारबाग, आलमबाग और एलडीए में लोग इलेक्ट्रिक बसों की डिमांड कर रहे हैं।

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चार्जिग के लिए जाना पड़ता है दुबग्गा

अभी चार्जिग स्टेशन न होने का खामियाजा इलेक्ट्रिक सिटी बसों को भुगतना पड़ रहा है। बस चाहें कहीं भी हो, जैसे ही ड्राइवर को लगता है कि चार्जिग की जरूरत है, वह तुरंत बस को लेकर दुबग्गा चार्जिग स्टेशन आता है।

Posted By: Inextlive