- तार टूटने से एचएन सिंह चौराहे से लेकर मेडिकल तक डेली कट रही 2 घंटे एक्स्ट्रा बिजली

GORAKHPUR: इंजीनियर काम बनाते हैं तो इंजीनियर ही काम को बिगाड़ते भी हैं। इसका अंदाजा मेडिकल कॉलेज रोड पर हटाए गए खंभों को देखकर लगाया जा सकता है, जिसके कारण बिजली व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है। शासन के निर्देश पर इन खंभों को पांच से सात फीट किनारे हटाया गया, लेकिन तार न बदलने के कारण अब इनसे अक्सर नई प्रॉब्लम खड़ी हो रही है। एक या दो दिन के गैप के बाद यह तार अक्सर टूट रहे हैं। तार टूटने के कारण मेडिकल रोड से असुरन चौक वाले एरिया में एक से दो घंटे की एक्स्ट्रा बिजली कट रही है।

नए तार न लगाने से आ रही प्रॉब्लम

इंजीनियरिंग विशेषज्ञों की मानें तो हाई वोल्टेज का तार एक बार ही यूज होता है। अगर उसको बदल कर दूसरी जगह लगाया जाए तो वह ठीक से काम नहीं करता है। वो अक्सर टूटने लगते हैं और उनमें फॉल्ट होने लगता है। मेडिकल कॉलेज रोड चौड़ीकरण के नाम पर हटाए गए पोल पर लगे तार इसलिए अक्सर टूट रहे हैं और फॉल्ट हो रहे हैं। पिछले एक माह के आंकड़ों की बात करें तो ख्0 बार से अधिक यह तार टूट चुके हैं और जब भी टूटते हैं तो एक से दो घंटे के लिए संबंधित एरिया की बिजली गुल हो जाती है। एक जेई का कहना है कि बदले हुए तार को लेकर नियम है कि इसको किसी कम लोड वाले एरिया में लगाना चाहिए, क्योंकि इन पर अगर लोड बढ़ेगा तो यह फॉल्ट होने लगेंगे और बिजली सप्लाई के समय अचानक टूटने भी लगेंगे। इससे सबसे अधिक प्रॉब्लम मेडिकल कॉलेज और चरगांवा एरिया में आ रही है। फर्टिलाइजर से मेडिकल कॉलेज वाले तार को भी हटाया गया था। फीडर के बदलने से अभी तक क्0 बार से अधिक मेडिकल कॉलेज की बिजली गुल हुई है। वहीं चरगांवा एरिया में हर दूसरे दिन तार टूटने के कारण बिजली गुल हो रही है।

पूरी रात होती रही बिजली की आंख मिचौली

फ्राइडे नाइट रुस्तमपुर, बेतियाहाता और नार्मल सब स्टेशन से जुड़े एरिया में पूरी रात बिजली की आंख मिचौली जारी रही। शाम म् बजे रोस्टरिंग के बाद 7.ब्0 बजे बिजली आई। इसके बाद 8.ब्0 पर जंफर कटने के कारण बिजली गुल हो गई। उसके बाद रात क्ख् बजे रोस्टरिंग के बाद जैसे ही बिजली आई रात क्ख्.फ्0 बजे फिर गुल हो गई। डेढ़ घंटे बाद ख् बजे फिर से बिजली गुल हो गई उसके बाद सुबह म् बजे तक गुल रही।

Posted By: Inextlive