- आधी रात आए तूफान में कई दर्जन पोल टूटे, ट्रांसफॉर्मर भी गिरा

- अभी एक सप्ताह तक अंधेरे में रहेंगे 2 दर्जन गांव

BHATHAT: चक्रवाती तूफान ने सोमवार को रात में कहर ढाया। दर्जनों पोल टूटकर गिर गए और बिजली व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो गई। 2 दर्जन गांवों में घुप्प अंधेरा छा गया। इन गांवों में मंगलवार को शाम तक बिजली नहीं आई। बिजली विभाग के अधिकारियों का कहना है कि अब एक सप्ताह बाद ही सप्लाई शुरू हो पाएगी।

40 से ज्यादे पोल टूटे

रात 11 बजे के बाद अचानक मौसम का रूख बदल गया। चक्रवाती आंधी तूफान से लोग सहम गए। कई पेड़ जड़ से उखड़ गए। सबसे अधिक क्षति बिजली के खंभों को हुई। जर्जर पोल-तार तूफान के थपेड़ों को बर्दाश्त नहीं कर पाए और टूट गए। विभाग का कहना है कि करीब 40 से अधिक पोल टूटे हैं।

इन गांवों में अंधेरा

कतरारी विद्युत उपकेन्द्र, भटहट से जुड़े दो फीडर बैलो और नटवां से संबंधित गांवों में आपूर्ति ठप है। पोल-तार टूटने से बैलो से जुड़े सुभवल, बेलवा, नन्दना, भटहवा, बैलो और सुभवल गांव में बिजली नहीं है। वहीं नटवां फीडर से जुड़े बड़हरा, बरईपार, नटवां, ऊंटी सहित समेत दर्जन गांव में बत्ती गुल है।

बिजली आने में लगेगा समय

बिजली विभाग के अधिकारियों का कहना है कि तूफान से काफी क्षति हुई है। क्षेत्र के दर्जनों पोल डैमेज हो गए हैं। सभी को बदलना पड़ेगा। अभी क्षति का आकलन किया जा रहा है। सभी की गिनती के बाद विभाग से डिमांड की जाएगी। इसके बाद पोल-तार मिलते ही उन्हें लगाने का काम शुरू होगा। ऐसे में एक सप्ताह तक का समय लग सकता है।

गांव की बिजली भगवान भरोसे

वहीं इन गांवों के लोगों का कहना है कि विभाग ग्रामीण कंज्यूमर्स पर कभी ध्यान नहीं देता। अधिकारी कह रहे हैं कि एक सप्ताह में आपूर्ति बहाल हो जाएगी लेकिन इसमें 15 दिन से भी अधिक समय लग सकता है। ग्रामीणों का कहना है कि अधिकारी डिमांड भेजेंगे उसके बाद पोल-तार मिलने में ही काफी समय लग जाएगा। उसके बाद पोल गाड़ने, तार टांगने में भी विभाग तत्परता शायद ही दिखाए। शहर में तूफान से क्षति पर 24 घंटे के अंदर ही यही विभाग सप्लाई शुरू करा देता है लेकिन देहात एरिया में क्षति होने पर आपूर्ति शुरू कराने में काफी देर लगा देता है।

Posted By: Inextlive