इनको बस बिजली काटने से मतलब है
- बरहुआं में मरम्मत के लिए चार घंटे होनी थी सब स्टेशंस पर कटौती
- सीएम प्रोग्राम के चलते नहीं कटी लाइट, जाते ही गुल कर दी गई बिजली GORAKHPUR: बिजली विभाग को सिर्फ बिजली काटने से मतलब है, पब्लिक को होने वाली परेशानी से नहीं। ये हम नहीं कह रहे बल्कि रविवार को विभाग द्वारा पूर्व सूचना की कटौती का समय अचानक बदल दिए जाने की मनमानी ने साबित कर दिया। बरहुआं में कार्य होने के कारण होने वाली चार घंटे की कटौती का शेड्यूल सीएम के प्रोग्राम के चलते बिना सूचना ही शाम को शिफ्ट कर दिया गया। इस बीच दोपहर तीन बजे सीएम के जाते ही बिजली विभाग ने आनन-फानन में बिना किसी सूचना के ही बरहुआं मरम्मत के नाम पर सात सब स्टेशंस की बिजली काट दी। मरम्मत के नाम पर मनमानीबरहुआं में तार कमजोर हो गया था, जिसके टूटने का डर अफसरों को सता रहा था। इसी तार को बदलने के लिए शनिवार को प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बिजली विभाग ने रविवार को 10 बजे से लेकर शाम 4 बजे तक बिजली काटने की सूचना दी। लेकिन सीएम के आगमन के कारण कटौती रद हो गई। लेकिन जैसे ही सीएम गोरखपुर से गए फिर से यूनिवर्सिटी, टाउनहाल, तारमंडल, रानीबाग, खोराबार, बक्शीपुर व शाहपुर सब स्टेशन की बिजली गुल कर दी गई। पहले तो लोगों को यही लगा कि थाड़ी देर की कटौती हुई होगी। लेकिन जब दो घंटे तक बिजली नहीं आई तो सब स्टेशन पर लोगों ने फोन करना शुरू किया। पता चला कि मरम्मत का कार्य हो रहा है, इसलिए चार घंटे की कटौती की गई है।
इन एरियाज में इतने लोग हुए प्रभावित सब स्टेशन प्रभावित पब्लिक यूनिवर्सिटी 15000 टाउनहाल 8000 तारमंडल 18000 रानीबाग 6000 खोराबार 12000 बक्शीपुर 20000 शाहपुर 20000 वर्जनकार्य होने के कारण बिजली गुल हुई थी। कार्य बहुत ही जरूरी था क्योंकि तार कमजोर हो गया था। सीएम प्रोग्राम के कारण कटौती के समय में परिवर्तन करना पड़ गया।
- एके सिंह, एसई महानगर विद्युत वितरण निगम