श्हर को जरूरत 126 मिली महज 68 मेगावाट बिजली
छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र: बिरसानगर के रामकुमार रविवार को बिजली की कटौती से परेशान रहे। शास्त्रीनगर के राजेश पाठक को भी इस समस्या का सामना करना पड़ा। बिजली की आंख-मिचौली से सिर्फ इन दोनों शख्सों को ही परेशनी नहीं हुई बल्कि नन कंपनी इलाके में रहने वाला हर आदमी प्रभावित हुआ। शहर को रविवार को 65 मेगावाट बिजली कम मिली। इसके चलते गैर कंपनी इलाकों में बिजली आपूर्ति व्यवस्था चरमरा गई और रात भर लोड शेडिंग का दौर चला। मानगो, जुगसलाई, बिरसानगर, छोटा गोविंदपुर, सरजामदा, करनडीह, शास्त्रीनगर आदि इलाकों में रात भर बिजली आती-जाती रही। बिजली की आंख-मिचौनी से लोग ठीक से सो नहीं सके। प्रदेश के पावर प्लांटों में आई दिक्कत से बिजली व्यवस्था पटरी से उतरी है। मामले का हल निकलने की उम्मीद कम ही है।
कम हुआ उत्पादनतेनुघाट थर्मल पावर प्लांट और सिकदिरी हाइडल पावर स्टेशन की एक-एक उत्पादन इकाई बंद होने से सीधे 275 मेगावाट बिजली उत्पादन कम हुआ है। इस वजह से सभी जिलों को कम बिजली दी जा रही है। जमशेदपुर को अभी 126 मेगावाट बिजली चाहिए। लेकिन, रात को शहर को महज 68 मेगावाट बिजली ही मिली। इस वजह से शहर में जबर्दस्त बिजली कटौती शुरू हुई जो रात भर जारी रही। गैर कंपनी इलाकों में बारी-बारी से पांच से छह घंटे तक की कटौती की गई।
कहां, कैसा रहा हाल मानगो, जुगसलाई, बिरसानगर, छोटा गोविंदपुर, सरजामदा, करनडीह, शास्त्रीनगर आदि इलाकों में अगर एक घंटे बिजली रहती तो ढाई घंटे गायब रहती। सबसे ज्यादा बिजली कटौती मानगो, शास्त्रीनगर और छोटा गोविंदपुर में रही। जबकि, बिरसानगर और जुगसलाई आदि इलाके में कम कटौती की गई। रविवार को शाम पांच बजे तक शहर को 55 मेगावाट बिजली मिली। झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड ने इस बिजली से हर इलाके में थोड़ी-बहुत बिजली कटौती कर काम चलाया। लेकिन, शाम पांच बजे से बड़े पैमाने पर बिजली कटौती शुरू हो गई। एसएलडीसी (राज्य लोड डिस्पैच सेंटर) से लोड शेडिंग का मैसेज आ गया। शाम पांच बजे के बाद शहर को महज 30 से 40 मेगावाट के आसपास ही बिजली मिली। इसके चलते बड़े पैमाने पर बिजली कटौती शुरू हुई जो रात भर जारी रही। इनवर्टर भी दे गए जवाबकई घरों में इनवर्टर लगे हुए हैं ताकि बिजली कटौती हो तो कम से कम पंखा तो चल सके। रविवार की रात भर चली बिजली की आंख मिचौनी से लोगों के इनवर्टर भी जवाब दे गए। इनवर्टर जवाब देने की वजह से पंखे तक नहीं चल सके और लोगों को जाग कर रात बितानी पड़ी।
बिजली की सप्लाई स्थान मांग आपूर्ति मानगो 17 आठ पारडीह 21 12 उलियान 12 सात बिरसानगर 14 आठ छोटा गोविंदपुर 17 नौ करनडीह 14 सात जुगसलाई 17 नौ शास्त्रीनगर 14 आठ (मात्रा मेगावाट में)