रात में हाथियों ने ग्रामीणों की फसल को रौंद कर किया चौपट

DEHRADUN: राजधानी के समीपवर्ती ग्रामीण इलाकों में देर रात हाथियों की धमक से ग्रामीण परेशान हैं। हाथी ग्रामीणों की कई बीद्या फसलों को चौपट कर दे रहा है। लेकिन वन विभाग ग्रामीणों की शिकायत पर भी हाथियों की रोकथाम के लिए कोई प्रयास नहीं कर रहा है। जिससे गुस्साए ग्रामीण आंदोलन का मन बना रहे हैं।

राजधानी के कर्क गांव, सोड़ा, सरोली, मोलापानी, धनियारी, बालावाला, रायपुर आदि ग्रामीण क्षेत्रों में इन दिनों हाथी जमकर तांडव मचा रहे हैं, इससे ग्रामीण दहशत के साये में हैं। हाथी ग्रामीणों की कई बीघा फसलों को नष्ट करने के अलावा चारदिवारी को भी क्षतिग्रस्त कर देते हैं। ग्रामीणों ने हाथियों के रिहायशी क्षेत्र में प्रवेश करने पर रोकथाम के लिए वन विभाग से कई बार शिकायत भी की, लेकिन विभाग के कानों तले जूं तक नहीं रेंग रही। जिससे स्थिति जस की तस बनी हुई है।

क्या कहते हैं ग्रामीण

हाथियों के आतंक से पूरे क्षेत्र के लोग दहशत में है। कई बीद्या फसलों को हाथी नष्ट कर चुके हैं। जिससे ग्रामीणों को आर्थिक नुकसान के साथ साथ जान का भी खतरा बना हुआ है।

प्रेम चंद्र रमोला

समस्या को लेकर कई बार विभाग से कहा गया। लेकिन विभाग ने अभी तक कोई इंतजाम नहीं किए। जिससे लोगों में आक्रोश व्याप्त है। जल्द विभाग कोई ठोस कदम नहीं उठाता है तो ग्रामीण वन विभाग के खिलाफ मोर्चा खोल देंगे।

पुरुषोत्तम प्रसाद पुरोहित

ग्रामीणों की कई बीघा फसल चौपट हो चुकी है। शाम ढलते ही लोग अपने घरों में दुबक जाते हैं। ग्रामीण वैकल्पिक व्यवस्थाओं से हाथियों को जंगल की ओर खदेड़ देते हैं। जिससे लोगों को जान का खतरा भी बना हुआ है।

सत्यपाल

हाथियों ने खेतों में लगी फसलों को चौपट करने के साथ ही उन्हें पूरी तरह से नष्ट कर दिया है। ऐसे में ग्रामीण आर्थिक संकट से जूझने के साथ ही परेशान भी हैं। लेकिन विभाग क्यों कोई कार्रवाई नहीं कर रहा। ऐसे में वन विभाग की लापरवाही सामने देखने को मिल रही है।

सुनीता

Posted By: Inextlive