JAMSHEDPUR: झारखंड एकेडमिक काउंसिल (जैक) की 11वीं की वार्षिक परीक्षा में गुरुवार को गणित विषय की परीक्षा थी। गणित की परीक्षा में हुबहू वही प्रश्न आये जो बुधवार को सोशल मीडिया में वायरल हुए थे। इसके एक दिन पहले केमिस्ट्री का प्रश्नपत्र वायरल हुआ था। गणित के सभी प्रश्न हुबहू सोशल मीडिया में वायरल हुए प्रश्न पत्रों से मिल रहे थे। इसकी शिकायत कई केंद्रों ने जैक को की। इसके बावजूद, जैक ने परीक्षा ली। ऐसे में यह बड़ा सवाल है कि यह छात्रों की परीक्षा है या फिर सिर्फ खानापूर्ति।

चुप हैं अधिकारी

जैक के अध्यक्ष समेत सभी वरीय अधिकारियों ने इस संबंध में चुप्पी साध रखी है। इस संबंध में शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव एपी सिंह ने कहा कि जैक स्वतंत्र बॉडी है। परीक्षा रद करने पर वही कोई फैसला ले सकता है। इस संबंध में उनसे बात की जाएगी और उचित निर्णय लेने को कहा जाएगा। मामले की जांच भी कराई जाएगी। बुधवार गणित की परीक्षा प्रथम पाली में सुबह 9:45 मिनट पर थी। कई केंद्रों में 11 बजे ही परीक्षा समाप्त हो गयी। इसका अर्थ है कि छात्र-छात्राओं ने सोशल मीडिया के प्रश्नों को पूरी तरह हल कर लिया था। इधर जैक द्वार प्रश्न पत्र लीक मामले को एनएसयूआई द्वारा जैक कार्यालय में विरोध प्रदर्शन भी किया गया।

मूल्यांकन सही ढंग से नहीं

अप्रैल में होने वाली 11वीं की परीक्षा में पास लगभग आधे विद्यार्थी अगले साल फरवरी में होनी वाली 12वीं की परीक्षा में फेल हो जाते हैं। 12वीं में इतनी अधिक संख्या में विद्यार्थियों के फेल करने का सीधा सा मतलब है कि 11वीं में पढ़ाई, परीक्षा व मूल्यांकन सही ढंग से नहीं किया जाता है। स्कूल-कॉलेजों में शत-प्रतिशत विद्यार्थियों को 12वीं की परीक्षा में शामिल होने के लिए फॉर्म भरने की अनुमति दे दी जाती है। स्कूल प्रबंधन कमजोर विद्यार्थी को 11वीं में रोक नहीं पाता है।

नियम का कड़ाई से पालन नहीं

राज्य में सीबीएसई पाठ्यक्रम लागू है। 12वीं में प्रवेश के लिए 11वीं उत्तीर्ण होना अनिवार्य है। 11वीं में उत्तीर्ण नहीं होने पर पंजीयन की अनुमति नहीं देने का प्रावधान है। लेकिन इन सब नियमों का कड़ाई से पालन नहीं होता है।

Posted By: Inextlive