- 42 चौराहों पर लगाया जाएगा सिस्टम

- 4 चौराहों पर लगा इमरजेंसी बॉक्स

- इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम से जोड़ा जाएगा बॉक्स

- इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम सेजोड़ी जाएगी डिवाइस

- मैसेज मिलते ही हॉस्पिटल रूट तक के सभी सिग्नल हो जाएंगे ग्रीन

LUCKNOW: गंभीर मरीजों को हॉस्पिटल पहुंचाने में अब रेड सिग्नल बाधक नहीं बनेंगे। चौराहों पर लगे इमरजेंसी बटन बॉक्स को दबाकर एक मैसेज बोलने से हॉस्पिटल रूट के सभी सिग्नल ग्रीन हो जाएंगे और मरीज को बिना ट्रैफिक हॉस्पिटल पहुंचाया जा सकेगा। यह इमरजेंसी बटन सिस्टम शहर के 42 चौराहों पर लगाए जाएंगे। इसकी शुरुआत शहर के चार चौराहों से कर दी गई है। इस डिवाइस को इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम से जोड़ा जाएगा।

एक मैसेज से मिलेगी ट्रैफिक हेल्प

स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में शामिल लखनऊ में स्मार्ट स्ट्रिप मॉडल से ट्रैफिक को आसान बनाने का काम हो रहा है। इसी मॉडल के आधार पर शहर के कुछ अन्य रास्तों में स्मार्ट स्ट्रिप बनाकर ग्रीन कॉरीडोर की सुविधा तैयार की जाएगी, जिसकी शुरुआत हो गई है। शहर के चार चौराहों पर इमरजेंसी बटन सर्विस का यूज किया जा रहा है। यह एक छोटी सी डिब्बानुमा टेलीफोन जैसी डिवाइस है। खास चौराहों पर किसी भी इमरजेंसी की दशा में इस डिवाइस पर बने कॉल के बटन को दबाकर अपना मैसेज बोला जा सकता है। मैसेज सीधे पुलिस कमिश्नर के कंट्रोल रूम में जाएगा और वहां से आपको ट्रैफिकसंबंधी हेल्प तुरंत मिलेगी।

बन जाएगा इमरजेंसी ग्रीन कॉरीडोर

किसी भी मेडिकल इमरजेंसी के समय अगर इस इमरजेंसी बटन डिवाइस पर मैसेज दिया जाता है और ये बताया जाता है कि मरीज की हालत नाजुक है तो चौराहे की लाल ट्रैफिक लाइट हरी हो जाएगी और अस्पताल के पूरे रूट तक रेड सिग्नल नहीं मिलेगा और एक ग्रीन कॉरीडोर बन जाएगा। इससे इमरजेंसी में फंसे मरीज को अस्पताल तक ले जाने में ट्रैफिक जाम की समस्या का सामना नहीं करना होगा।

बॉक्स

चार चौराहों से शुरुआत

ये इमरजेंसी बटन सिस्टम शहर के चार चौराहों पर लगाया गया है। 1090 चौराहा, पॉलीटेक्निक चौराहा, हजरतगंज चौराहा और इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान चौराहे पर ये इमरजेंसी बटन सिस्टम लगाया गया है।

कोट

- शहर के 43 चौराहों पर इमरजेंसी बटन बॉक्स लगाए जाएंगे ताकि मरीज को जाम से ना जूझना पड़े। शहर के चार चौराहों पर बॉक्स लग भी चुके हैं।

सुजीत पांडेय, पुलिस कमिश्नर

Posted By: Inextlive