निर्वाचित छात्रसंघ अध्यक्ष बोले मेरी अगुवाई क्यों नहीं बर्दाश्त

ALLAHABAD: इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के परीक्षा विभाग ने साफ कर दिया है कि वार्षिक परीक्षाओं का बहिष्कार करने वाले कर्मचारियों के लिये एग्जाम ड्यूटी अनिवार्य है। इसके लिये परीक्षा विभाग द्वारा नियमों का हवाला दिया गया है। जिसमें कहा गया है कि इविवि के प्रथम अध्यादेश एवं परीक्षा समिति के निर्णयों एवं मानकों के अनुरूप परीक्षा की शुचिता एवं पवित्रता बनाये रखने के लिये विवि, संघटक महाविद्यालय एवं पत्राचार संस्थान के सभी अध्यापकों एवं कर्मचारियों के लिये एग्जाम ड्यूटी अनिवार्य है। अध्यापकों एवं कर्मचारियों को सक्षम प्राद्यिकारी के अनुमोदन के बिना अवकाश अनुमन्य नहीं होगा।

पत्राचार संस्थान पर उठ रहे सवाल

हालांकि, परीक्षा विभाग द्वारा जारी सूचना पर कई सवाल भी खड़े हो रहे हैं। अव्वल तो पत्राचार संस्थान के इविवि का अभिन्न अंग बनने का प्रस्ताव राष्ट्रपति द्वारा खारिज किया जा चुका है। ऐसे में पत्राचार संस्थान कर्मियों के लिये अन्य केन्द्रिय कर्मियों की भांति परीक्षा ड्यूटी को मैनडेटरी बताना सवाल खड़ा कर रहा है। उधर, इविवि प्रशासन की काफी जद्दोजहद के बाद भी कर्मचारियों की हड़ताल फ्राईडे को भी नहीं टूट सकी। इस बावत छात्रसंघ भवन पर संयुक्त परिषद द्वारा बुलाई गई प्रेस वार्ता को सम्बोधित करते हुये परिषद एवं छात्रसंघ के अध्यक्ष रोहित कुमार मिश्रा ने वीसी के उस निर्णय पर सवाल उठाया है। जिसमें उन्होंने रोहित कुमार मिश्रा की अगुवाई में कर्मचारियों से वार्ता से इंकार किया है। रोहित ने विवि प्रशासन से सवाल किया है कि वे छात्रसंघ के निर्वाचित अध्यक्ष हैं और परिषद ने उन्हें आन्दोलन के लिये नामित अध्यक्ष घोषित किया है। ऐसे में विवि प्रशासन किस नियम के तहत यह कह रहा है कि वे कर्मचारियों की नुमाइंदगी नहीं कर सकते। वार्ता में कर्मचारी नेता डॉ। संतोष सहाय, छोटे लाल मौर्य समेत अन्य कर्मचारी शामिल रहे। डॉ। संतोष सहाय ने कहा कि होली के अवकाश के बाद कर्मचारी 14 मार्च से दोबारा हड़ताल के लिये कैम्पस में मौजूद रहेंगे। कर्मचारियों ने एक सुर में परीक्षा कार्य का बहिष्कार किया है।

Posted By: Inextlive