- डॉ अजय कुमार ने उठाए कई सवाल

- डॉ शकील ने कहा-सरकार भागना चाहती है, पर भागने नहीं देंगे

PATNA: मुजफ्फरपुर में वर्षो से इंसेफलाइटिस है, पर वहां के जनप्रतिनिधि लोगों तक स्वच्छ पानी नहीं पहुंचा पा रहे हैं। वहा अमीरों की नहीं, बल्कि गरीबों के बच्चों की मौत हो रही है। ये गंभीर सवाल उठाया हेल्थ डिपार्टमेंट के ही ज्वाइंट सेक्रेटरी और बिहार राज्य स्वास्थ्य सेवा संघ के कन्वेनर डॉ अजय कुमार ने। डॉ अजय ने ये सवाल भी उठाया कि आखिर डॉक्टर्स और नर्सेज को क्यों स्ट्राइक पर जाना पड़ रहा है। ये सवाल उन्होंने चार्म एवं पैक्स की ओर से आयोजित वर्कशॉप में उठाया।

सरकार को घेर वार्ता करेंगे

चार्म के एक्ज्यूक्विटिव डायरेक्टर डॉ शकील ने कहा कि हम सरकार को भागने नहीं देंगे। सरकार भागना चाहती है। कभी कमरे के अंदर तो कभी सड़कों पर हम घेरेंगे। हम दबाव बनाएंगे। सरकार से वार्ता करेंगे। सिविल सोसायटी का झगड़ा व्यक्तियों से नहीं व्यवस्था से है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा चलाए जा रहे स्वास्थ्य कार्यक्रम में भागीदारी और पारदर्शिता को मजबूत करने लिए नागर समाज एक मेमोरेंडम सरकार को सौंपेगी, क्योंकि जवाबदेही सुनिश्चित करनेवाले कई कार्यक्रम जैसे स्वास्थ्य सेवाओं का समाजिक अंकेक्षण, बच्चे और मातृ मृत्यु समीक्षा जो राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन में आवश्यक है वह राज्य में नहीं चल रहा है। वर्कशॉप की अध्यक्षता बचपन बचाओ आंदोलन के संयोजक मो मोखतारूल हक ने किया।

दर्जनों संस्थाओं ने किया पार्टिसिपेट

वर्कशॉप में मुख्य रूप से पैक्स, ऑक्सफेम, चार्म, सेव द चिल्ड्रेन, जन स्वास्थ्य अभियान के सदस्य, बर्ड, कोशिश, निदान, इजाद, बचपन बचाओ आंदोलन, आगा खां फाउंडेशन, बीभीएचए एक्शन, पीएफआई, नेहा ग्रामीण एवं महिला विकास समिति, जन कल्याण समूह संस्था, विकास पथ, बीइंग ह्यूुमन, सोसाइटी फॉर डेवलपमेंट व दलित अधिकार मंच जैसी कई संस्थाओं ने हिस्सा लिया।

Posted By: Inextlive