-श्यामगंज से सैटेलाइट तक गायब हो गए फुटपाथ

-साइकिल ट्रैक में भी खड़े रहते हैं वाहन और लगी हैं दुकानें

बरेली: राइट टू पडेस्ट्रियन कैंपेन में आज हम आपको श्यामगंज से सैटेलाइट रोड तक फुटपाथ की हालत और पडेस्ट्रियन की परेशानी बता रहे हैं। पूरी सड़क पर फुटपाथ अतिक्रमण में गुम हो चुका है। सड़क किनारे फल, सब्जी की दुकानों के साथ ही मोटर मैकेनिक, पंक्चर रिपेयर, चाट-पकौड़ी की दुकानें तो लगी हैं। इसके चलते राहगीर सड़क पर चलने को मजबूर हैं। दिनभर बिजी रहने वाले इस रोड पर पडेस्ट्रियन कभी भी हादसे का शिकार हो सकते हैं, लेकिन जिम्मेदार इसे लेकर गंभीर नहीं हैं।

रोड पर लग रही फल मंडी

इस रोड पर पडेस्ट्रियन के अधिकार का हनन श्यामगंज चौराहा से चंद कदम दूर ही नजर आ जाता है। जो जगह पैदल चलने वालों के लिए थी उस पर दर्जनों फल वालों ने ठेले लगा रखे हैं। दिनभर यहां खरीदारों की भीड़ भी लगी रहती है, जिससे पैदल चलने वालों को चलने के लिए जगह ही नहीं मिल पाती है।

स्टैंड से लगता है जाम

यहां से कुछ आगे चलते ही मौलाना आजाद इंटर कॉलेज के गेट के पास ही दर्जनों ऑटो और प्राइवेट वाहन खड़े रहते हैं। इससे दिन में कई बार यहां जाम की स्थिति भी बन जाती है और कभी-कभी इसे लेकर झगड़े की स्थिति भी बन जाती है।

साइकिल ट्रैक पर भी कब्जा

सपा शासनकाल में श्यामगंज से सैटेलाइट तक पैदल चलने वालों और साइकिल सवार लोगों की सुविधा के लिए साइकिल ट्रैक बनाया गया था। लेकिन बनने के साथ ही इस पर अवैध कब्जे शुरू हो गए। कहीं साइकिल ट्रैक पर खोखे लगे हैं तो कहीं पंक्चर रिपेयर की दुकान खोल ली गई है। आसपास के व्यापारी भी अपने वाहन इसी साइकिल ट्रैक में खड़े कर देते हैं। इसके चलते पडेस्ट्रियन के साथ ही साइकिल सवार लोग सड़क पर चलने को मजबूर हैं।

हादसे का रहता है डर

सैटेलाइट चौराहा से पहले ही सड़क किनारे चाट-पकौड़ी की दुकानों के साथ कई खोखे भी लगे हैं। इसके चलते यहां पैदल चलने वालों के लिए जगह ही नहीं बची है। ऐसे में दिनभर बिजी रहने वाले इस रोड पर हादसे का डर बना रहता है।

पुलिस का भी खौफ नहीं

सैटेलाइट बस अड्डे से लखनऊ, पीलीभीत और दिल्ली रूट की बसें चलती हैं। इसके चलते यहां हर रोज हजारों यात्रियों का आना-जाना होता है। यात्रियों की सुविधा के लिए यहां ऑटो लेन के साथ फुटपाथ भी बनाए गए थे। फुटपाथ पर ठेले वालों ने कब्जा जमा रखा है और बेतरतीब ऑटो खड़े रहने से दिनभर जाम की स्थिति बनी रहती है। जबकि चौराहा पर पुलिस चेक पोस्ट पर हर समय पुलिस तैनात रहती है, इसके बावजूद न तो फुटपाथ पर खड़े ठेले वालों में कोई खौफ है और न ऑटो चालकों में।

बस अभियान का खौफ

जब कभी नगर निगम यहां अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाता है तब ही यहां की सड़क पूरी नजर आती है। उस दौरान ना तो सड़क पर ठेले वाले नजर आते हैं और न ही अवैध स्टैंड, लेकिन नगर निगम की टीम के जाते ही हालात पहले जैसे हो जाते हैं।

शहर की कोई भी सड़क ऐसी नहीं है जहां पैदल चलने वालों के लिए बनाए गए फुटपाथ पर अवैध कब्जे न हों। मजबूरी में लोगों को सड़क पर चलना पड़ता है, इससे हादसे का भी डर रहता है।

एसके अग्रवाल

सड़क पर पैदल चलने वालों के लिए तो जगह ही नहीं है। जो फुटपाथ बने थे उन पर कब्जे कर लिए गए हैं। कई जगह तो फुटपाथ गायब ही हो गए हैं। अधिकारियों को इस पर ध्यान देना चाहिए।

मोहम्मद आरिफ

Posted By: Inextlive