RANCHI: रिम्स में डेंटल कॉलेज-हॉस्पिटल बन चुका है। कई डिपार्टमेंट भी शुरू हो चुके हैं। लेकिन डेंटल सर्जरी नहीं हो पा रही है। सैप के जवानों ने डेंटल की सर्जरी जो रोक दी है। जी हां, सैप के जवानों के कारण ऑपरेशन थिएटर बनाने का काम ही शुरू नहीं पाया है। आखिर उन्होंने ऑपरेशन थिएटर वाली जगह पर कब्जा जो जमा रखा है। इतना ही नहीं, जगह खाली करने के आदेश के बावजूद वे लोग जगह छोड़ने को तैयार नहीं है। इसका खामियाजा डेंटल सर्जरी के लिए आने वाले मरीज भुगत रहे हैं।

जगह तय पर खाली होने का इंतजार

ऑपरेशन थिएटर बनाने के लिए डेंटल ओपीडी के बगल वाली जगह तय है, जहां पर सैप के जवान रहते हैं। पूरा एरिया ही उन्होंने धोबी घाट बनाकर रख दिया है। इसके अलावा पेट्रोलिंग के लिए दी गई साईकिल भी वहीं रखी जाती है। जबकि उन्हें रहने के लिए कम्युनिटी हॉल के पास जगह देने की बात हुई है। इसके बावजूद वे लोग जगह खाली नहीं करना चाहते हैं। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि उनपर प्रबंधन के आदेश का भी कोई असर नहीं है।

दूसरे ओटी में होता है ऑपरेशन

एक्सीडेंट में बुरी तरह से घायल होने के बाद मरीजों को इलाज के लिए ट्रामा सेंटर में एडमिट कराया जाता है, जहां स्थिति ठीक होने के बाद उन्हें डेंटल में ट्रीटमेंट कराने के लिए रेफर कर दिया जाता है। लेकिन डेंटल सर्जरी का सेपरेट ऑपरेशन थिएटर नहीं होने के कारण मरीजों को एडमिट नहीं लिया जाता है। वहीं गंभीर मरीजों को एडमिट लिया भी जाता है तो उनकी सर्जरी दूसरे विभागों के ओटी में की जाती है। इस वजह से भी मरीजों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।

डेंटल की सीटें बढ़ीं तो ओटी भी जरूरी

ओपीडी में हर दिन 200 से अधिक मरीज इलाज के लिए आते हैं। इसके अलावा आधा दर्जन मरीज सर्जरी के लिए आते हैं। इन्हें ओटी नहीं होने की वजह से बाद में आने का समय दिया जाता है। जबकि डेंटल कॉलेज की सीटें भी बढ़ा दी गई हैं। ऐसे में ऑपरेशन थिएटर के साथ ही इनडोर वार्ड भी जरूरी है।

एडमिनिस्ट्रेशन को हमने ओटी का प्रस्ताव दिया था, जिस पर सहमति मिल गई है। अब जगह खाली हो जाए तो वहां काम शुरू कराया जाएगा ताकि मरीजों का आपरेशन हो सके। इसके अलावा वार्ड होने से मरीजों को राहत मिलेगी।

डॉ। पंकज गोयल, प्रिंसिपल, डेंटल कॉलेज हॉस्पिटल

Posted By: Inextlive