-10 चिन्हित में से एक तोड़ा, बाकी को दे दी मोहलत

-प्रेमनगर में अतिक्रमण के 71 डिमॉर्केशन, आज होगी इन पर कार्रवाई

देहरादून, हाईकोर्ट के निर्देश पर प्रेमनगर बाजार में थर्सडे को शुरू हुआ सेकेंड फेज का अतिक्रमण हटाओ अभियान के पहले दिन होमवर्क व कॉर्डिनेशन कमी नजर आई। दोपहर तक अधिकारियों को समझ में नहीं आया कि आखिर कहां से और कैसे अतिक्रमण पर कार्रवाई की जाए। हालांकि पहले दिन चिन्हित 10 में से केवल एक दुकान ध्वस्त की गई, बाकी 9 दुकानों को सुबह तक का वक्त दिया गया। दूसरी ओर प्रेमनगर से लेकर केहरी गांव तक चिन्हीकरण के साथ लाल निशान लगाने का कार्य जारी रहा। बताया गया कि 71 अतिक्रमण चिन्हित किए गए हैं। जिन्हें थर्सडे को हटाया जाएगा। दूसरे दिन दूसरे रिस्पना पुल से भी अतिक्रमण हटाए जाने का दावा किया जा रहा है।

काम में लाएंगे तेजी

थर्सडे को प्रेमनगर बाजार में शुरू हुए अतिक्रमण हटाओ अभियान की जानकारी देते हुए अपर मुख्य सचिव ओमप्रकाश ने बताया कि दून शहर में मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण, पीडब्ल्यूडी, नगर निगम, पुलिस विभाग व जिला प्रशासन द्वारा जन सामान्य के लिए बनाए गए फुटपाथों, गलियों, सड़कों व अन्य स्थलों पर किये गये अनधिकृत निर्माणों व अतिक्रमण पर कार्रवाई की। इसके तहत ध्वस्तीकरण, चिन्हीकरण व सीलिंग का दोबारा काम शुरू हुआ। अतिक्रमण हटाओ अभियान के तहत प्रेमनगर में एक अतिक्रमण ध्वस्त किया गया। जबकि 71 अतिक्रमण का रिवेरीफिकेशन ऑफ डिमार्केशन का कार्य किया गया। एसीएस ने बताया कि टास्क फोर्स के अधिकारियों को निर्देश दिये गए हैं कि अतिक्रमण हटाने के अभियान में तेजी लाई जाए। जिससे अदालत के निर्देशानुसार दून शहर को जल्द ही अतिक्रमण फ्री किया जा सके।

ओनर की होगी वसूली

एसीएस के मुताबिक आम लोगों से अपील की गई है। जिसमें अतिक्रमण के संबंध में कोई जानकारी देना चाहता है, तो वह अध्यक्ष अतिक्रमण हटाओ टास्क फोर्स को इसकी इनफोर्मेशन वूमेन आईटीआई सर्वे चैक स्थित आईआरडीटी ऑडिटोरियम में दे सकता है।

धरनास्थल पर पहुंचे व्यापारी

प्रेमनगर के मुख्य चौराहे पर स्थानीय व्यापारी धरने पर बैठे। हालांकि धरना पिछले एक वर्ष से चल रहा है, लेकिन इन महीनों में धरनास्थल पर केवल बैनर ही नजर आता था। एक दिन पहले ही जैसे प्रशासन ने प्रेमनगर से अतिक्रमण हटाने का मन बनाया सुबह-सुबह व्यापारी धरनास्थल पर पहुंचने लगे। व्यापारी धरना देते रहे, लेकिन प्रशासन की जेसीबी गरजती रही।

व्यापारियों पर दोहरी मार

प्रेमनगर के व्यापारियों का कहना है कि सरकार ने प्रेमनगर में हाईकोर्ट के आड़ पर जेसीबी चला दी। लेकिन, व्यापारियों की व्यथा कोई सुनने को तैयार नहीं है। वर्ष में एक बार दीपावली के सीजन में व्यापारी अपने परिवार के लिए दो पैसे कमाकर जुगत करना चाह रहे हैं। लेकिन उन्हें अतिक्रमण के नाम पर बेदखल किया जा रहा है। वहीं दूसरी तरफ डेंगू, टूटी-फूटी सड़कें और जलभराव करी किसी को फिक्र नहीं है। व्यापार मंडल के अध्यक्ष कहते हैं कि इसका खामियाजा आने वाले समय में सरकार को भुगतना पड़ सकता है।

एक साल बाद फिर चली जेसीबी

ठीक एक वर्ष पूरा हो चुका है। यही वह महीना था, जब 13 सितंबर 2018 को मोस्ट अवेटेड प्रेमनगर मार्केट के सबसे बड़े अतिक्रमण पर प्रशासन ने कार्रवाई शुरू की थी। संयोग ही कहेंगे, इस बार भी जब सेकेंड फेज में अतिक्रमण हटाया जा रहा है। वही सितंबर का महीना है। लेकिन, फर्क केवल एक सप्ताह का रहा है।

फ्लाई ओवर व आरओबी छोड़े

पहले दिन फ्लाई ओवर व आरओबी के नीचे किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं हुई। दो दिन पहले एसीएस ओमप्रकाश ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि फ्लाई ओवर व आरओबी के नीचे अतिक्रमण को हटाया जाए और जहां अतिक्रमण है, वहां फायर ब्रिगेड के लिए यूज किया जाए। जहां पार्किंग है, वहां शुल्क वसूला जाए और एमडीडीए इन इलाकों में ग्रीनरी डेवलेप करे। लेकिन पहले दिन ऐसा नहीं दिखा।

प्लास्टिक के कटाव की रोकथाम

बरसात में भूमि कटाव से दुकानों को बचाने के लिए प्रेमनगर में व्यापारियों ने प्लास्टिक का यूज किया है। प्रेमनगर मुख्य बाजार से सेलाकुई की ओर जाने वाले इलाके में सड़क के किनारे ही यूज हुए प्लास्टिक आसानी से देखा जा सकता है।

-----

व्यापारी अतिक्रमण के खिलाफ पूरा सहयोग करने को तैयार हैं, लेकिन उनके सामने रोजगार का संकट है। दुकानें हटाई जा रही हैं तो उन्हें विस्थापित किया जाए। जिससे वे अपने परिवार की आजीविका चला सकें।

-राजीव पुंज, अध्यक्ष, प्रेमनगर व्यापार मंडल।

प्रेमनगर में 10 दुकानों पर लाल निशान लगाए गए थे, एक को तोड़ा गया, जबकि बाकी 9 दुकानों को सुबह तक वक्त दिया गया है। फ्राइडे को भी अतिक्रमण हटाओ अभियान जारी रहेगा। प्रेमनगर के साथ दूसरी टीम रिस्पना पुल से भी जुटेगी।

-डा। आशीष श्रीवास्तव,

वीसी, एमडीडीए।

Posted By: Inextlive