RANCHI: राजधानी के कुछ इलाकों को छोड़ दिया जाए तो जहां नजर जाती है वहीं एन्क्रोचमेंट हो गया है। किसी ने नाले पर कब्जा जमा लिया तो कोई रोड पर अपनी दुकान लगा रहा है। कई जगहों पर तो फुटपाथ पर कब्जा कर लोग लाखों का कारोबार करने में जुटे हैं। अब ये एन्क्रोचमेंट हॉस्पिटलों की ओर बढ़ रहा है। ऐसे में सिटी के दो बड़े हॉस्पिटल रिम्स और सदर समेत प्राइवेट हॉस्पिटलों के बाहर भी ठेला-खोमचा लगाने वालों ने डेरा डाल रखा है। इसका खामियाजा यहां इलाज के लिए आने वाले मरीज भुगत रहे हैं। वहीं गाडि़यों को हॉस्पिटल में एंट्री करने में भी दिक्कत आ रही है।

हटाने के नाम पर सिर्फ आईवॉश

हॉस्पिटल के बाहर और रोड पर दुकान चलाने वाले लोगों पर अभियान चलाने के नाम पर केवल आईवॉश किया जाता है। एक-दो बार इन्हें हटाया भी जाता है। लेकिन टीम के जाते ही ये लोग वापस अपनी दुकान सजा लेते हैं। इससे एकबार फिर पहले वाली स्थिति बन जाती है।

ठंडे बस्ते में चला गया अभियान

ट्रैफिक डिपार्टमेंट और हॉस्पिटल प्रबंधन ने मिलकर अभियान चलाने की बात कही थी। साथ ही कहा कि किसी भी हाल में रोड और हॉस्पिटल के गेट पर कब्जा नहीं होगा और न ही वहां पर दुकानें लगेंगी जिससे कि भीड़ इकट्ठा हो। यह अभियान भी ठंडे बस्ते में चला गया।

ठेला-खोमचा वाले फैला रहे गंदगी

हॉस्पिटल के गेट पर कब्जा जमाने वाले ये ठेला खोमचा वाले वहीं तक सीमित नहीं हैं। बल्कि ये लोग दुकान लगाने के साथ ही भीड़ भी जमा करते हैं। वहीं आसपास में गंदगी भी फैलाते हैं। इसके बावजूद इनपर कार्रवाई नहीं होना, कई सवाल खड़े कर रहा है।

गाडि़यों का लग रहा लंबा जाम

एंट्री गेट के बाहर ही एन्क्रोचमेंट होने से लंबा जाम भी लग रहा है। वहीं कई बार तो ट्रैफिक वाले आकर जाम को हटाते हैं। फिर भी इस समस्या को खत्म करने को लेकर गंभीरता नहीं दिखाते। वहीं अधिकारी भी गंभीर नहीं होते, जिससे कि परेशानी तो मरीजों और उनके परिजनों को झेलनी पड़ती है। वहीं जाम में फंसने वाली पब्लिक की भी हर दिन उसी रास्ते से जाना मजबूरी है।

Posted By: Inextlive