-कान्हा उपवन का मामला

-पैमाइश के समय ही छोड़ दी गई थी नगर निगम की जमीन

-गठित संयुक्त टीम ने कराई पैमाइश, एक एकड़ जमीन पर मिला कब्जा

GORAKHPUR: कान्हा उपवन सात एकड़ की जमीन पर निर्माण किया गया लेकिन इस दौरान अफसरों ने नगर निगम की जमीन की पैमाइश नहीं कराई। बाद में एक व्यक्ति के कंप्लेन पर अफसरों की नींद खुली। नगर निगम की जमीन पर हुए अवैध कब्जे की कंप्लेन के बाद राजस्व व नगर निगम की संयुक्त टीम ने जमीन की पैमाइश कराई। करीब एक एकड़ जमीन पर अवैध कब्जा मिला। जिसे टीम ने चूना से निशान किया। हालांकि अब उस जमीन को कब्जे से मुक्त कराने में अफसरों के पीसने छूट रहे हैं।

नगर निगम के दस एकड़ जमीन में से सवा सात एकड़ पर कान्हा उपवन का निर्माण कराया गया है। शेष जमीन खाली है। नगर निगम के उपसभापति तथा कान्हा उपवन को संचालित करने के लिए गठित समिति के चेयरमैन बृजेश सिंह छोटू ने कुछ दिनों पहले नगर आयुक्त को पत्र दिया था। पत्र के लिखा था कि कान्हा उपवन की जमीन पर अवैध कब्जा है। इसके बाद पैमाइश की कार्यवाही शुरू की गई। जिम्मेदारों का कहना है कि वहां कुछ अवैध निर्माण भी मिले, जिसे ध्वस्त ि1कया जाएगा।

कराई गई पैमाइश

गंगा नगर स्थित जमीन की भी संयुक्त टीम ने पैमाइश की। एक स्कूल व नगर निगम के बीच जमीन का मामला चल रहा है। निगम का कहना है कि उसकी जमीन पर अवैध कब्जा किया गया है। पैमाइश करा कर निशान लगाया गया है।

वर्जन

नगर निगम और राजस्व विभाग की टीम द्वारा जमीन की पैमाइश कराई गई है। करीब एक एकड़ जमीन मौके पर मिली है। जिसे जल्द ही कब्जे से मुक्त कराया जाएगा।

सुरेश चंद, चीफ इंजीनियर, नगर निगम

Posted By: Inextlive